ईडी की कार्रवाई : मुंबई के एक शख्स के नाम 700 कंपनियां

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को देश के 16 राज्यों में कालेधन के खिलाफ छापेमारी की। इस दौरान मुंबई में एक शख्स के नाम पर 700 फर्जी कंपनियों का खुलासा हुआ है। साथ ही जांच में कई बड़ी हस्तियों के भी नाम सामने आ रहे हैं, जिनके कालेधन को सफेद किए जाने का पता चला है।

छगन भुजबल के पैसे को सफेद किया : ईडी ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी छापेमारी की। अंधेरी में जगदीश पुरोहित नामक शख्स के नाम-पते पर 700 फर्जी कंपनियां होने का पता चला है। वह इन कंपनियों का संचालन 20 नकली डायरेक्टर बनाकर कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक, उसने एनसीपी नेता छगन भुजबल के 46.7 करोड़ रुपये के कालेधन को सफेद करने में मदद की। ईडी ने भुजबल के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे भुजबल के खिलाफ ईडी ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की थी और उनकी गिरना चीनी मिल और 55 करोड़ कीमत की संपत्ति जब्त कर ली थी।

यादव सिंह का भी नाम जुड़ा : ईडी ने यादव सिंह मामले में हरियाली ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक मीता महेश्वरी के गाजियाबाद स्थित ठिकाने पर भी छापेमारी की। ईडी के अधिकारियों को शक है कि नोटबंदी के दौरान फर्जी कंपनियों के कालेधन को ठिकाने लगाया गया। नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं। कहा जाता है कि यादव सिंह 900 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। यादव सिंह ने अपने परिवार और दोस्तों के नाम पर करीब 60 कंपनियां भी बनाई ली थीं। उन पर आरोप है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी के इंजीनियर रहते हुए यादव सिंह की सभी तरह के टेंडर और पैसों के आवंटन में बड़ी भूमिका होती थी।

जगन रेड्डी का भी नाम सामने आया : ईडी ने कोलकाता में एक कंपनी के ठिकाने पर छापेमारी की। इसे आंध्र प्रदेश के वाईएस कांग्रेस नेता जगन रेड्डी राजेश्वर एक्सपोर्ट्स और अन्य का नाम सामने आया है। ईडी के अधिकारी अभी कंपनियों के चलाने वाले ऑपरेटर्स के रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। ईडी ने पिछले साल जगन और उनकी पत्नी की मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में 749.10 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। उन पर अपने पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के नाम का फायदा उठाकर करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।

संपत्ति जब्त : ईडी ने छापेमारी में हैदराबाद की विश्वज्योति रीयटर्ल्स प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियों की 3.04 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।

किस आधार पर कार्रवाई
यह कार्रवाई हवाला अधिनियम (पीएमएलए) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के तहत की गई है ताकि देश में हवाला कारोबार करने और विदेशी मुद्रा के अवैध लेनदेन के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की अवधि होने के बाद पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) के निर्देश पर सरकार द्वारा गठित विशेष कार्यबल ने इस संबंध में ईडी को इसके अधिकार दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ऐसी कंपनियों के दस्तावेज जांच रही है जिन पर शैल कंपनियों में शामिल होने और कालेधन को सफेद करने का शक है।

इन राज्यों में छापेमारी
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, चंडीगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश

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