करीब चौथाई सदी बाद पहली बार मायावती और मुलायम दिखेंगे एक साथ, आज महागठबंधन की चौथी रैली

मैनपुरी: वर्ष 1993 में गठबंधन कर सरकार बनाने वाली सपा और बसपा के बीच पांच जून 1995 को लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस काण्ड के बाद जबर्दस्त खाई पैदा हो गई थी. अब उस घटना के तकरीबन 24 साल बाद लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) मायावती और मुलायम सिंह यादव के यहां एक साथ शुक्रवार को मंच साझा करने की संभावना है. दरअसल सपा—बसपा—रालोद महागठबंधन की चौथी रैली शुक्रवार को मैनपुरी में होने जा रही है.

मैनपुरी में रैली
इस दौरान बसपा अध्यक्ष मायावती अपने दशकों पुराने प्रतिद्वंद्वी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लिये वोट मांगेंगी. मैनपुरी की क्रिश्चियन फील्ड में होने वाली इस रैली में मायावती और मुलायम के मंच साझा करने की संभावना है. इसके जरिये महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों को यह संदेश देने की कोशिश करेगा कि सभी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हैं.
सपा के जिलाध्यक्ष खुमान सिंह वर्मा ने बताया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा मुखिया मायावती और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह रैली को संबोधित करेंगे. इस मौके पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी मौजूद रहेंगे.

रैली की तैयारियों में जुटे मैनपुरी सदर से सपा विधायक राज कुमार उर्फ राजू यादव ने बताया कि मुलायम ने रैली में हिस्सा लेने की पुष्टि की है. शुरू में ऐसी खबरें थीं कि मुलायम रैली में शामिल नहीं होंगे. वर्मा ने बताया कि रैली स्थल पर 40 लाख लोगों को जुटाने की तैयारी की गयी है. इस बीच, बसपा जिलाध्यक्ष शिवम सिंह ने बताया कि मायावती शुक्रवार को सैफई के रास्ते मैनपुरी पहुंचेंगी.

लोकसभा चुनाव से पहले सपा से हाथ मिलाने के बाद मायावती स्पष्ट कर चुकी हैं कि दोनों पार्टियों ने भाजपा को हराने के लिये आपसी गिले—शिकवे भुला दिये हैं. अब सबकी निगाहें कल मायावती के संबोधन पर होंगी.
 

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