नासिक की प्रज्ञा का गिनीज बुक में नाम, 103 घंटे लगातार योग का रिकॉर्ड

विश्व योग दिवस के एक दिन पहले महाराष्ट्र में नासिक की एक 48 वर्षीय योग शिक्षिका ने 103 घंटे लगातार योग कर विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। प्रज्ञा ने इगतपुरी के नजदीक शुक्रवार को योग आसन शुरू किया और योग के विभिन्न आसन करते हुए मंगलवार को साढ़े ग्यारह बजे योग समाप्त किया। योग का विश्व रिकॉर्ड बनाने पर योग प्रेमियों ने जमकर खुशियां मनाई।
 

प्रज्ञा पाटिल ने शुक्रवार से इगतपुरी के पिंप्री सिदो गांव के नजदीक  योग आसन शुरू किया था और रविवार को दोपहर डेढ़ बजे तमिलनाडु के के.पी. रचना के 57 घंटे के योग के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 

प्रज्ञा ने न सिर्फ के.पी. रचना के रिकॉर्ड को ध्वस्त किया बल्कि डॉ. वी. गणेशकरण के 69 घंटे के योग के रिकॉर्ड को भी पार कर लिया। इसके बाद भी प्रज्ञा ने योग जारी रखा और मंगलवार की सुबह 103 घंटे के बाद अपना योग समाप्त किया। प्रज्ञा के योग का यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज किया गया है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड के प्रतिनिधि स्वप्निल डांगरीकर ने उन्हें विश्व कीर्तिमान स्थापित करने का प्रमाण पत्र सौंपा। इस विश्व रिकॉर्ड के साथ ही नासिक जिले की एक नई पहचान भी बन गई है।

प्रज्ञा कहती है कि शरीर के साथ मन का व्यायाम ही योग है। इस योग साधना को विश्व में यश मिले और नासिक शहर को विश्व स्तर पर नई पहचान मिले। इसलिए 100 घंटे तक योग करने का संकल्प किया था लेकिन, उससे अधिक समय तक योग का रिकॉर्ड कायम किया। 45 की उम्र के पार इंसान का शरीर उतना साथ नहीं देता। इसलिए इस उम्र में इतने लंबे समय तक योग करना बड़ी चुनौती थी। लेकिन, योगा मित्र, परिवार के सदस्य आदि लोगों की ओर से मिले सहयोग की बदौलत यह रिकॉर्ड कायम हो पाया है।

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