नीतीश कुमार की महागठबंधन के भोज से दूरी, पीएम मोदी संग करेंगे लंच

पटना । बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड(जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से विपक्षी दलों के लिए आयोजित भोज में उनके न जाने और कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर हो रही अटकलबाजियों को खारिज करते हुए कहा कि मीडिया इसकी गलत व्याख्या कर रही है और वह पीएम मोदी के बुलावे पर मॉरिशस के प्रधानमंत्री के सम्मान में रखे गए भोज में शामिल होने जा रहे हैं।

नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर शुरू हुई अटकलबाजियों पर कहा, सोनिया गांधी की बैठक में मेरे व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं होने को लेकर गलत व्याख्या की जा रही है जबकि मैं कुछ दिन पहले ही उनसे मिल चुका हूं। साथ ही मेरी सरकारी कार्यक्रमों को लेकर चल रही व्यवस्तता से भी मैने उनको अवगत करा दिया है।

उन्होंने कहा कि न तो राष्ट्रपति चुनाव की बात थी और न ही किसी मुलाकात की बात थी। वास्तव में सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों को भोज पर बुलाया था और उसमें जदयू की ओर से पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पीएम मोदी की तरफ से मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में रखे गए भोज का निमंत्रण मिला है और मैं मुख्यमंत्री की हैसियत से इस भोज में शामिल होने दिल्ली जा रहा हूं।

उन्होंने कहा कि मॉरिशस के साथ बिहार का भावनात्मक संबंध रहा है क्योंकि वहां की 52 प्रतिशत आबादी बिहार मूल की है। साथ ही वर्तमान और पूर्व के प्रधानमंत्री भी बिहारी मूल के ही हैं इसलिए उनके सम्मान लिए भी वह इस भोज में शामिल होंगे। नीतीश कुमार ने कहा, गंगा में लगातार जमा हो रहे गाद और राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 के बनने से बिहार के संभावित खतरे के बचाव के उपाय पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के लिए पत्र भेजकर समय मांगा था।

नरेंद्र मोदी ने मुझे सम्मान समारोह में भोज के बाद का समय दिया है। इस प्रकार राज्य हित में मेरी यात्रा का सदुपयोग भी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के समारोह में उनका जाना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री के भारत आगमन पर आयोजित भोज में भी वह शामिल हुए थे।

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