बेरहम बाप: स्कूल को बनाया श्मशान, कुर्सी-मेज से सजाई बेटी की चिता

पुवायां ब्लाक के भिलावा गांव में गुरुवार रात जो कुछ भी हुआ वह बेहद हिला देने वाला था। दूसरी औरत के चक्कर में अपनी पत्नी रेखा को बेघर कर चुके राजधानी पब्लिक इंटर कालेज के प्रबंधक मनोज यादव का बेहद खौफनाक चेहरा सामने आया है। बेटी शालिनी को जहर पिला हत्या करने के बाद पिता मनोज यादव ने अपने स्कूल को श्मशान घाट बना दिया। स्कूल के एक निर्माणाधीन हिस्से में उसने कुर्सी-मेज से चिता तैयार की, डीजल डाल कर बेटी का शव जला दिया। इसके बाद वह भाग निकला। 

बताया जाता है कि बेटी शालिनी की हत्या के बाद मनोज अपने एक दोस्त दिलबाग सिंह की कार में बेटे निखिल, छोटी बेटी पीहू और स्कूल में पढ़ाने वाली नीरज यादव को लेकर भागा था। शुक्रवार सुबह मनोज ने अपने बेटे निखिल और बेटी पीहू को स्कूल छुड़वा दिया। इसके बाद उसने अपने दोस्त दिलबाग सिंह की कार को सतवां रोड पर देवस्थान मंदिर के पास छोड़ दिया। मनोज अपनी महिला दोस्त नीरज यादव के साथ कहीं भाग गया।

पुलिस ने शालिनी के छोटे भाई निखिल से पूछताछ की, लेकिन निखिल ने सही जवाब नहीं दिए। कुछ बताते-बताते वह शांत हो गया। पुलिस शालिनी के बाबा से पूछताछ कर रही है। यह पूरा मामला है तो ऑनर किलिंग से जुड़ा हुआ। प्रेम प्रसंग मूल में है। पर शालिनी की मां रेखा यादव ने केस को प्रेम प्रसंग से दूर कर दिया है। शालिनी की हत्या और उसका शव जलाने का रेखा ने जो कारण बताया है, वह थोड़ा अटपटा लगता है। रेखा का कहना हैकि पति मनोज ने उसे घर से निकाल रखा था, बेटी उसे घर वापस बुलाने के लिए पिता मनोज पर दबाव बनाए हुए थी, लेकिन मनोज तैयार नहीं था।

बेटी के अड़ियल रुख से परेशान मनोज ने उसे मार डाला और साक्ष्य छिपाने को उसका शव जला दिया। हालांकि चर्चा दूसरी भी कि शालिनी की दोस्ती एक लड़के से थी, मनोज को यह सब पसंद नहीं था। मना करने के बाद भी शालिनी मान नहीं रही थी, इसलिए मनोज उसे पीट दिया करता था। मनोज ने दो दिन पहले भी  पीटा, जब शालिनी के हाथ में चोट लगी थी। इसी गुस्से में शालिनी ने गुरुवार शाम जहर पी लिया, ऐसी चर्चा है। इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ी। मनोज को पता लगा तो वह अपने दोस्त दिलबाग सिंह की कार लेकर आया। शालिनी को पुवायां में एक डाक्टर के पास ले गया, लेकिन शालिनी की मौत हो गई।

चर्चा है कि झंझटों से बचने के लिए मनोज ने अपने पिता रामकुमार यादव, चचेरे भाई शिव सिंह, साथ रहने वाली टीचर नीरज यादव के सहयोग से नीरज का शव स्कूल में डीजल डाल कर जला दिया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही मनोज अपने बेटे निखिल, बेटी पीहू और नीरज यादव को कार में बैठाया और फरार हो गया।

नीचे जल रही पोती की चिता, ऊपर बाबा एसी में लेटा था
राजधानी पब्लिक इंटर कालेज में ही ऊपर प्रबंधक मनोज यादव ने आवास बना रखा है। गुरुवार रात बेटी शालिनी की चिता में आग लगा कर मनोज तो फरार हो गया, लेकिन घर पर मनोज का पिता रामकुमार रह गया। रामकुमार को यकीन था कि कालेज कैंपस में जो भी कुछ हुआ है, उसकी किसी को भनक तक नहीं लगेगी। इस कारण मनोज के जाने के बाद रामकुमार ने मेन गेट में ताला लगाया। फिर आवास के मेन गेट में ताला लगाया। जीने में ताला लगाया और जाकर एसी कमरे में आराम करने लगा। जब रेखा पुलिस लेकर पहुंची तो कालेज के मेन गेट में ताला पड़ा था। पुलिस ने मेन गेट के ताले को तोड़ा। अंदर जाकर जल रहे शव पर पानी डाला। बाद में पुलिस ने आवास का गेट देखा तो उसमें अंदर से ताला पड़ा था। उसे तोड़ा। ऊपर जाकर पुलिस को जीने में फिर ताला मिला, उसे भी तोड़ा। जब पुलिस छत पर पहुंची तो कमरे से रामकुमार को बाहर निकाला और हिरासत में लिया। शालिनी की उम्र करीब चौदह साल थी। वह राना पब्लिक स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा थी। उसका भाई निखिल और बहन पीहू भी उसी स्कूल में पढ़ते हैं।

बेटी का शव जलाने को दस लीटर मंगाया था डीजल
राजधानी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ने एक कर्मचारी को रुपए दिए और केन भी। उससे दस लीटर डीजल लाने के लिए कहा। चूंकि कालेज में जनरेटर भी रखा है तो कर्मचारी ने डीजल लाकर दे दिया। बताया जाता है कि कर्मचारी के जाने के बाद मनोज यादव ने शालिनी के शव को जलाना शुरू कर दिया। उसकी लपटें बाहर तक देखी जा सकती थीं। जब गांव वालों ने लपटें देखीं तो उन्होंने सुरागरसी की, गांव में रहने वाले मनोज के रिश्तेदारों को पता लग गया कि बेटी शालिनी को मारकर मनोज शव जला रहा है। तब रिश्तेदारों ने मनोज की पत्नी रेखा के पास शाहजहांपुर फोन किया। रेखा अपनी बहन के साथ सीधे पुवायां कोतवाली पहुंची। वहां पुलिस को पूरी बात बताई। पुलिस रेखा के साथ स्कूल गई। जब शव जल रहा था। पुलिस ने जब पानी डाल कर आग बुझाई उस वकत शव में केवल खोपड़ी और थोड़ा सा ऊपर का धड़ बचा था। पुलिस ने केस को मजबूत करने को फोरेसिंक टीम को बुलाकर सबूत जुटाए। शालिनी के जले हुए कुछ कपड़े भी बरामद हुए हैं।

सलहज से मजाक करते-करते प्यार कर बैठा मनोज
मनोज जिस महिला पर फिदा हुआ, वह महिला उसकी पत्नी रेखा की रिश्ते में भाभी लगती है। बताया जाता है कि रेखा का मायका बंडा के देवकली गांव में है। वहीं पास में रिश्ते की उसकी भाभी नीरज यादव भी रहती थी। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए रेखा ने ही मदद करने के मकसद से नीरज यादव को भिलावां अपने पास बुला लिया था। नीरज स्कूल में पढ़ाती थी और रेखा के साथ रहती थी। चूंकि नीरज से मनोज का रिश्ता सलहज का था, इसलिए हंसी मजाक हुआ करता था, लेकिन कब हंसी मजाक से दोनों प्यार करने लगे, इसकी भनक रेखा को काफी देर से लगी। रेखा ने दोनों के रिश्ते को लेकर विरोध शुरू किया तो मनोज उसे पीटने लगा। रेखा पर जुल्म होने लगे और एक दिन रेखा को मारपीट कर मनोज ने घर से निकाल कर दिया। रेखा शाहजहांपुर में अपनी बहन के घर रहने लगी। बच्चे मनोज के पास ही रहते थे। मनोज बच्चों पर भी शिकंजा रखता था। सकट त्योहार पर रेखा भिलावां गई थी, तब मनोज ने उस पर मिटटी का तेल डाल कर आग लगाने की कोशिश की थी। रेखा ने मनोज के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा भी लिखाया था। इसके बाद मनोज को जेल भी जाना पड़ा था। 

चर्चा में हैं मनोज के कई मामले
कुछ समय पहले ही मनोज की मां की मौत हो गई थी। गांव में चर्चा थी कि मनोज और उसके पिता रामकुमार ने मिलकर उसे मार डाला। चूंकि कोई शिकायत करने वाला था नहीं तो मामला पुलिस तक नहीं पहुंच पाया और शव का अंतिम संस्कार भी दोनों ने कर दिया। इसके बाद एक माह पहले ही मनोज के चचेरे भाई ने आत्महत्या कर ली थी। चर्चा है कि चचेरे भाई की मौत का कारण भी मनोज ही था। गांव में खबर उड़ी थी कि चचेरे भाई ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें उसने मनोज को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। चूंकि परिवार का मामला था, मनोज भी ताकतवर था, उसके राजनैतिक संबंध थे, इसलिए उससे पंगा लेने की किसी की स्थिति नहीं थी, तो मामला पुलिस तक नहीं पहुंच सका। इस तरह से मनोज पहले के दो मामलों में बच गया। उसे यकीन था कि वह बेटी का शव जलाने के बाद बच जाएगा, लेकिन गांव में उसके किसी विरोधी ने पूरे मामले का भंडाफोड़ कर दिया। अब मनोज भागा-भागा घूम रहा है।

रेखा ने अदालत में डाल रखा है खर्चे का मुकदमा
रेखा को तो मनोज ने घर से निकाल दिया, रेखा कब तक अपनी बहनों के सहारे जीवन काटती। इसलिए रेखा ने मनोज पर मुकदमा कर रखा है। मनोज से उसने हर्जा-खर्चा मांगा है। मुकदमा अभी फाइनल नहीं हो सका है। मनोज पहले से शादीशुदा अपनी रिश्ते की सलहज से शादी करने के लिए तैयार है, लेकिन रेखा से लिखापढ़ी में तलाक नहीं हो सका है। इसलिए मनोज सलहज नीरज से शादी नहीं कर सकता है, ऐसा बताया गया है। इधर, शुक्रवार को बेटे निखिल ने मां रेखा के साथ रहने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि वह अकेले ही घर पर रह लेगा। उसने बहुत ही बदमिजाजी भी दिखाई। छह साल की बेटी पीहू अपनी मां रेखा के साथ रही। पीहू ने पुलिस और मीडिया को बताया कि कैसे पापा उसकी दीदी को पीटते थे और मार देने की धमकी देते रहते थे। पीहू ने दो दिन पहले हुई मारपीट की भी जानकारी पुलिस को दी।

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