वाहनों के बोझ में दबी दिल्ली, पंजीकृत वाहनों की संख्या 97 लाख

नई दिल्ली : राजधानी में प्रदूषण व ट्रैफिक जाम की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका मुख्य कारण लगातार वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होना है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अर्थ व सांख्यकीय निदेशालय द्वारा तैयार रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015-16 में अभी तक सर्वाधिक 8.77 लाख नए वाहनों का पंजीकरण हुआ है। दिल्ली में कुल पंजीकृत वाहनों की संख्या 97 लाख को पार कर गया है। इनमें 4 पहिए वाहनों की संख्या 29.87 लाख तथा 2 पहिए वाहनों की संख्या 61.04 लाख है।

ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार नए साल से बस व मालवाहक वाहनों के लिए अलग से बनाए गए लेन में चलने के लिए सर्कुलर जारी करने पर विचार कर रही है। दिल्ली परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन के अनुसार लोक निर्माण विभाग के अधीन आने वाली 1284 किलोमीटर सड़कों में से 50 फीसद सड़कों के बाईं ओर बस लेन चिन्हित करने का काम पूरा हो गया है। एक जनवरी से इसी बस लेन में डीटीसी की बसें तथा अन्य मालवाहक वाहन चलेंगी। 

प्रति व्यक्ति आय में इजाफा
दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय में 28,131 रुपए का इजाफा हुआ है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015-16 में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 2,80,142 लाख रुपए है, जोकि वर्ष 2014-15 के मुकाबले 28,131 अधिक है। 

 बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में 2.19 लाख की बढ़ोतरी
दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में 2.19 लाख का इजाफा हुआ है। वर्ष 2014-15 में कुल बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 50.44 लाख रुपए थी। जबकि वर्ष 2015-16 में कुल उपभोक्ताओं की संख्या 52.63 लाख हो गई। प्रदूषण पर एनजीटी ने दिल्ली सरकार को फटकारा, पूछा क्या कर रहे हैं आप बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी होने के बावजूद वर्ष 2014-15 के मुकाबले वर्ष 2015-16 में 440 मिलियन यूनिट कम बिजली खपत हुई है।

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