सऊदी अरब:28 साल के संघर्ष की जीत, आज से महिलाएं चला सकेंगी गाड़ियां
नई दिल्ली | सऊदी अरब में आज (रविवार) का दिन महिलाओं के लिए ऐतिहासिक है। यहां आज से लंबे संघर्ष का सुखद समापन हुआ है। यहां आज से महिलाएं भी वाहन चला सकेंगी। इस नई पहल के लिए देशभर में तैयारियां चल रही हैं। प्रशासन जहां महिला ड्राइवरों के लिए विशेष व्यवस्था करने में जुटा हुआ है, वहीं पुलिस भी कानून व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए महिलाओं को यातायात के नियम सिखाने की कोशिश में हैं। महिला ड्राइवरों की कार पार्किंग के लिए खास गुलाबी रंग के पार्किंग स्थल बनाए हैं। यह भी ध्यान रखा गया है कि महिलाओं के लिए पार्किंग स्थल प्रवेश और निकास द्वार के पास ही हों। एक अनुमान के मुताबिक साल 2020 तक सऊदी अरब में 30 लाख से ज्यादा महिलाएं ड्राइवर होंगी।
ट्रक, मोटरसाइकिल भी चला सकेंगी
महिलाएं सिर्फ कार ही नहीं बल्कि वैन, ट्रक और मोटरसाइकिल भी चला सकेंगी। हालांकि निजी वाहन चलाने के लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और सार्वजनिक वाहन के लिए 20 साल उम्र होनी चाहिए।
28 साल का संघर्ष
-47 महिलाओं ने 1990 में नियम तोड़ते हुए शहर में वाहन चलाए। सभी को गिरफ्तार किया गया।
-सर्वोच्च धार्मिक संस्था ने अध्यादेश लाकर प्रतिबंध को सख्त किया
जेल तक जाना पड़ा
महिला सामाजिक कार्यकर्ता मानल अल शरीफ को ड्राइविंग का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने की वजह से जेल जाना पड़ा। वर्तमान में वह ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं। इसी तरह 2014 में लॉउजैन अल-हथलौल ने यूएई से सऊदी अरब तक ड्राइव करने की कोशिश की, जिसकी वजह से उन्हें 73 दिन तक जेल में रहना पड़ा। 70 साल की कार्यकर्ता अजीजा-अल यूसुफ को भी जेल जाना पड़ा।
टाइमलाइन
सितंबर 2017 : सऊदी के शाह सलमान ने 24 जून, 2018 से दशकों पुराने प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की
अक्तूबर : महिलाओं को ड्राइविंग सिखाने के लिए ट्रेनिंग स्कूल खुलना शुरू हुए
जनवरी, 2018 : जेद्दा में महिलाओं को ध्यान में रखते हुए पहला कार शोरूम खुला
जून : महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनने शुरू हुए
सऊदी अरब में आज (रविवार) का दिन महिलाओं के लिए ऐतिहासिक है। यहां आज से लंबे संघर्ष का सुखद समापन हुआ है। यहां आज से महिलाएं भी वाहन चला सकेंगी। इस नई पहल के लिए देशभर में तैयारियां चल रही हैं। प्रशासन जहां महिला ड्राइवरों के लिए विशेष व्यवस्था करने में जुटा हुआ है, वहीं पुलिस भी कानून व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए महिलाओं को यातायात के नियम सिखाने की कोशिश में हैं। महिला ड्राइवरों की कार पार्किंग के लिए खास गुलाबी रंग के पार्किंग स्थल बनाए हैं। यह भी ध्यान रखा गया है कि महिलाओं के लिए पार्किंग स्थल प्रवेश और निकास द्वार के पास ही हों। एक अनुमान के मुताबिक साल 2020 तक सऊदी अरब में 30 लाख से ज्यादा महिलाएं ड्राइवर होंगी।
ट्रक, मोटरसाइकिल भी चला सकेंगी
महिलाएं सिर्फ कार ही नहीं बल्कि वैन, ट्रक और मोटरसाइकिल भी चला सकेंगी। हालांकि निजी वाहन चलाने के लिए न्यूनतम उम्र 18 साल और सार्वजनिक वाहन के लिए 20 साल उम्र होनी चाहिए।
28 साल का संघर्ष
-47 महिलाओं ने 1990 में नियम तोड़ते हुए शहर में वाहन चलाए। सभी को गिरफ्तार किया गया।
-सर्वोच्च धार्मिक संस्था ने अध्यादेश लाकर प्रतिबंध को सख्त किया
जेल तक जाना पड़ा
महिला सामाजिक कार्यकर्ता मानल अल शरीफ को ड्राइविंग का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने की वजह से जेल जाना पड़ा। वर्तमान में वह ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं। इसी तरह 2014 में लॉउजैन अल-हथलौल ने यूएई से सऊदी अरब तक ड्राइव करने की कोशिश की, जिसकी वजह से उन्हें 73 दिन तक जेल में रहना पड़ा। 70 साल की कार्यकर्ता अजीजा-अल यूसुफ को भी जेल जाना पड़ा।
टाइमलाइन
सितंबर 2017 : सऊदी के शाह सलमान ने 24 जून, 2018 से दशकों पुराने प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की
अक्तूबर : महिलाओं को ड्राइविंग सिखाने के लिए ट्रेनिंग स्कूल खुलना शुरू हुए
जनवरी, 2018 : जेद्दा में महिलाओं को ध्यान में रखते हुए पहला कार शोरूम खुला
जून : महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनने शुरू हुए
सऊदी में महिलाओं को अधिकार
-1955 : पहली बार लड़कियों को स्कूल में दाखिला मिला
-1970 : महिलाओं के लिए विश्वविद्यालय खुला
-2001 : महिलाओं का पहचान पत्र बना
-2005 : जबरन विवाह पर प्रतिबंध लगाया गया
-2009 : पहली बार कोई महिला मंत्री (नौरा अल फायज) बनीं
-2012 : सारा अतर के रूप में पहली किसी सऊदी महिला ने ओलंपिक में हिस्सा लिया
-2013 : चुनिंदा क्षेत्र में महिलाओं को साइकिल व मोटरसाइकिल चलाने की अनुमति दी गई
-2015 : महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला
-2017 : साराह अल सुहामी सऊदी स्टॉक एक्सचेंज की पहली महिला अध्यक्ष बनीं
-2018 : महिलाओं को स्टेडियम में मैच देखने की अनुमति मिली