हादसे में एक परिवार के 11 लोगों की मौके पर ही मौत, 4 लोग गंभीर घायल

फिरोजपुर/मक्खू/ जीरा  : किसी धार्मिक स्थल पर मत्था टेककर लौट रहे परिवार के साथ हादसा हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग-54 पर निर्माणाधीन पुल पर टवेरा गाड़ी पर ट्राला पलट जाने के कारण टवेरा में सवार 15 सवारियों में से 11 की मौके पर ही मौत हो गई तथा 4 लोग गंभीर घायल हो गए।


जानकारी के अनुसार टवेरा गाड़ी (नं. पी.बी. 09 जी 0962) में सवार लोग जिला तरनतारन के गांव पलासौर जा रहे थे कि निर्माणाधीन नैशनल हाईवे-54 पर गांव बहिक पछाडिय़ा के नजदीक बन रहे ड्रेन के पुल के अस्थायी रास्ते पर पड़ती चढ़ाई चढ़ते समय ट्राला टवेरा के ऊपर पलट जाने के कारण यह हादसा घटित हुआ।


मृतकों में सतनाम सिंह, रंजीत कौर पत्नि सतनाम सिंह, सुखचैन सिंह, मनदीप सिंह, रंजीत कौर पत्नी जगतार सिंह, राजन, राजवंत  कौर, हरमनप्रीत कौर, मंजीत सिंह, आकाशदीप सिंह, महेन्द्र कौर तथा घायलों में नवदीप, मुस्कानप्रीत कौर, सुमनप्रीत कौर तथा एक अन्य व्यक्ति शामिल है, जिनको इलाज के लिए सिविल अस्पताल जीरा भेज दिया गया।


इस मौके पर डी.सी. फिरोजपुर बलविंदर सिंह धालीवाल, एस.डी.एम. जीरा, जत्थेदार इन्द्रजीत सिंह जीरा आदि ने पहुंचकर दुर्घटना का जायजा लिया। गौरतलब है कि इस हादसे में मृत व्यक्ति गत दिवस तरनतारन के गांव पलासौर में हुए गोलीकांड के पीड़ित परिवार से संबंधित बताए जाते हैं। 

मरने वाले एक ही परिवार के सदस्य, पलासौर में छाया मातम
पंजाब विधानसभा के मतदान के दौरान चर्चा का विषय रहे तरनतारन के गांव पलासौर में आज उस समय मातम छा गया, जब शिरोमणि अकाली दल के 2 गुटों की लड़ाई में मारे गए एक नौजवान सुरजीत सिंह के परिवार के 11 सदस्यों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उक्त परिवार फिरोजपुर के क्षेत्र जीरा में पीर की जगह पर माथा टेकने के लिए गया हुआ था। इस दर्दनाक घटना के बाद क्षेत्रवासियों की ओर से सुरजीत सिंह के कत्ल मामले के आरोपियों को शक की निगाह से देखा जा रहा है।

बच्चों को नहीं पता, मां-बाप हो गए हैं भगवान को प्यारे

हादसे में एक परिवार के 1 बेटे तथा 2 बेटियों को कुदरत ने बचा लिया है। ये बच्चे सिविल अस्पताल में घटित हादसे से अंजान बैठे थे क्योंकि इनको नहीं पता था कि इनके मां-बाप भगवान को प्यारे हो गए हैं। इस घटना में 5वीं कक्षा के लवदीप सिंह की हाथ की उंगलियों पर मामूली चोटें लगी थीं। इसके अलावा दलित परिवार से संबंधित इस परिवार की मुस्कानप्रीत पुत्री सतनाम सिंह के चेहरे से हमेशा के लिए मुस्कान चली गई है क्योंकि उसके पिता तथा मां रंजीत कौर इस हादसे का शिकार हो गए।

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