इस बार फीका रहेगा दुनिया का सबसे बड़ा कार्निवाल !

रियो डी जेनेरियोः ब्राजील में दुनिया का सबसे बड़ा कार्निवाल शनिवार से शुरू हो चुका है। इसे देखने देश-दुनिया से सैकड़ों लोग पहुंच चुके हैं, लेकिन इस बार हमेशा नजर आने वाली रंगत नहीं है। कारण, ब्राजील में इस बार पड़ रहे सूखे का असर परेड पर भी पड़ा है। शहरों के पास कार्निवाल पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। परेड पर खर्च होने वाला पैसा अस्पतालों और स्कूलों के फंड में दे दिया गया है। इस बार 37 शहरों ने परेड रद्द कर दी हैं।

ब्राजील के एक शहर बाहिया के मेयर के मुताबिक, हमारे अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है, स्कूलों में टीचर्स की कमी है। ऐसे में कार्निवाल पर खर्च करना कहां की बुद्धिमानी है? हालांकि बाहर से आने वाले पर्यटक खर्च करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, पिछले वर्ष किए खर्च के मुकाबले इस बार लोग 36 प्रतिशत अधिक खर्च करने के इच्छुक हैं और 4420 रुपए प्रतिदिन से अधिक खर्च करेंगे। वहीं पिछले वर्ष के 90 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 72 प्रतिशत होटल ही बुक हुए हैं।

आधिकारिक सांबा परेड दरअसल एक स्पर्धा है, जिसमें रियो के सर्वश्रेष्ठ 12 स्कूल शामिल होते हैं। यह परेड स्थानीय स्टेडियम सांबोड्रोम में होती है। परेड का सेकंड लीग भी होता है। यह सबके लिए खुला होता है और इसमें कोई भी शामिल हो सकता है। सांबोड्रोम की डिजाइन ब्राजील के मशहूर आर्किटेक्ट ऑस्कर नेमियार ने बनाई थी। इसमें 90 हजार दर्शक एकसाथ बैठ सकते हैं। फाइनल की रात रविवार और सोमवार को अंतिम रूप से चुने गए छह सांबा स्कूल में से प्रत्येक 65 से 80 मिनट में अपनी प्रस्तुति देता है।

हर प्रस्तुति में करीब 4000 प्रतिभागी शामिल होते हैं। इर्नाम राशि 6.8 करोड़ रुपए तक होती है। सांबा परेड का इतिहास 18वीं शताब्दी का है। परेड में नृत्य करने वाली युवतियों को बाल्कोज कहा जाता है। इस वर्ष रियो शहर की मुख्य परेड में 462 बाल्कोज हिस्सा ले रही हैं। शनिवार से शुरू हुई परेड एक हफ्ते तक चलेगी। कार्निवाल, फेस्टिवल पेरिस से लेकर वेनिस और त्रिनिदाद और टोबेगो से अफ्रीका के केप वर्दे आइलैंड में भी आयोजित होते हैं, लेकिन सबसे बड़ा आयोजन रियो डी जेनेरियो में ही होता है।

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