गुजरात सरकार ने बंद किया 164 साल पुराना वो स्कूल जहां ‘बापू’ ने की थी पढ़ाई
पिछले साल राजकोट नगर निगम ने स्कूल को बंद कर उसकी जगह म्यूजियम बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था। नगर निगम के मुताबिक, यह संग्रहालय 10 करोड़ रुपये में बनाया जाएगा। यह संग्रहालय गांधी जी, सरदार पटेल और अन्य कई जानी-मानी हस्तियों के जीवन परिचय को लोगों के सामने प्रदर्शित करेगा।
ब्रिटिश शासन में हुई स्थापना
इस स्कूल की स्थापना 17 अक्टूबर 1853 में ब्रिटिश शासन में हुई थी। जो उस समय सौराष्ट्र क्षेत्र का पहला अंग्रेजी माध्यम स्कूल था। स्कूल की मौजूदा इमारत जूनागढ़ के नवाब करनैल सिंह ने 1875 में बनवाई थी और उस समय इसका नाम ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस अल्फ्रेड के नाम पर रखा गया था। बाद में 1947 को देश की आजादी के बाद इसका नाम बदलकर मोहनदास गांधी स्कूल कर दिया गया।
शिक्षा व्यवस्था थी बेहद खराब
स्कूल से गांधी जी का नाम जुड़ा होने के बावजूद भी यहां की शिक्षा व्यवस्था काफी खराब थी। कुछ वर्ष पहले स्कूल के दसवीं कक्षा के 60 छात्रों में से कोई भी बोर्ड परीक्षा में पास नहीं हो पाया था।