छात्रा रेप एंड मर्डर केस: दरिंदों का पता देने वाले को एक लाख इनाम देने की घोषणा

शिमला के कोटखाई में दसवीं की छात्रा के साथ हुए दुराचार और उसकी हत्या को लेकर सांसद शांता कुमार ने प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी सरकार कुछ नहीं कर पाई है, जबकि दरिंदों को पकड़ने के लिए इनाम घोषित करना चाहिए था।
इस घटना ने प्रदेश को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि छात्रा के साथ दरिंदगी करने वालों का सुराग देने वालों को वह अपनी ओर से एक लाख रुपये का नकद इनाम देंगे। शांता कुमार पालमपुर में भारतीय जनसेवा संस्था के समारोह में बोल रहे थे। 

छात्रा से दुराचार और हत्या के मामले में 15 से पूछताछ 
कोटखाई क्षेत्र में दसवीं की छात्रा से दुराचार और हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने हाथ पांव मारने शुरू कर दिए हैं। पुलिस ने शक के आधार पर करीब 15 लोगों से पूछताछ की है। इनमें स्थानीय और नेपाली मूल के लोग शामिल हैं।

एसपी शिमला और ठियोग के डीएसपी टीम के साथ मौके पर छानबीन में जुटे हुए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है, जो सोमवार तक पहुंच जाएगी। मामले की तह तक जाने के लिए कुछ फोन सर्विलांस पर लगाए गए हैं।

जुन्गा लैब के विशेषज्ञों से मदद ली जा रही है। बिसरा भी जुन्गा लैब भेजा गया है। घटनास्थल से बरामद शराब की खाली बोतलों से फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। एएसआई दीप चंद के अनुसार अभी तक करीब 15 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।

अब फोन टावर के डाटा से हत्यारों की तलाश

कोटखाई में छात्रा से दरिंदगी और हत्या के मामले में पुलिस की जांच अब आसपास के फोन टावरों की डिटेल पर टिक गई है। पुलिस का मानना है कि घटना में जो भी लोग शामिल थे, वह छात्रा को जानते थे और उसे अक्सर आते-जाते देखते थे। ऐसे में उम्मीद है कि उन्होंने घटना वाले दिन आपस में बातचीत की होगी।

इसके अलावा पुलिस गांव व आसपास के गांवों के उन लोगों की भी जानकारी जुटा रही है जो छात्रा के लापता होने के बाद से गायब हैं। पुलिस को अब तक की जांच में जो सुराग हाथ लगे हैं, उससे एक बात साफ हो गई है कि छात्रा दरिंदगी करने वालों को जानती थी।

पुलिस का मानना है कि अगर अंजान लोगों ने दरिंदगी की होती तो वह छात्रा की हत्या करने के बजाय उसे छोड़कर भाग जाते। छात्रा दरिंदों को जानती होगी इसलिए फंसने के डर से दरिंदों ने उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस आसपास के टावरों से गुजरी कॉलों की डिटेल खंगालने में जुटी है।

एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल मौके पर तो कोई ऐसा सुराग नहीं मिला है जिससे किसी पर सीधे तौर पर शक जाए। लेकिन परिवार और छात्रा के भाई व दोस्तों से हुई बातचीत के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। कहा कि आने वाले दिनों में कुछ ठोस सबूत हाथ लगने की उम्मीद है।

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