छोटे-छोटे संवाद समस्या को बड़ा बनने से रोकने में मददगार 

लंदन ।  एक ताजा  शोध में कहा गया है कि आपस में छोटे-छोटे संवाद समस्या को बड़ा बनने से पहले ही रोकने में मददगार होते हैं। यूनीवर्सिटी ऑफ एरिजोना में हुए अध्ययन में साइकोलॉजी के प्रोफेसर और शोध के सह लेखक मथाइस मेल ने कहा कि कई बार छोटे संवाद हमारा हालचाल जानने के लिए ही होते हैं। मगर इनमें इतना अपनापन होता है कि उसका सकारात्मक असर होता है। यह अध्ययन 486 लोगों के बीच किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने कहा कि एक दूसरे से समय समय पर बात करते रहने से रिश्ते में प्यार बना रहता है। हालांकि खुशहाली से इसका सीधा संबंध स्थापित नहीं हो सका है। यह नतीजे स्वभाव से अंतर्मुखी और बहिर्मुखी लोगों पर समान रूप से लागू होते हैं। शोध में कहा गया है कि अर्थपूर्ण बातचीत का लोगों की खुशहाली से कितना गहरा संबंध है, यह तो कहना मुश्किल है। मगर यह एक दूसरे को राहत पहुंचाने के लिए बेहद जरूरी होता है। लोग अक्‍सर सबकुछ होते हुए भी खुश नहीं रह पाते हैं। एक दूसरे के साथ रहते हुए भी उनके बीच ढेरों शिकायतें होती हैं। खुश रहने के लिए लोगों की बीच संवाद जरुरी होता है।

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