जेट एयरवेज में पूंजी डालने पर फैसला नहीं, निदेशक मंडल की बैठक आज

मुंबई : वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस एयरलाइन को आपातकालीन कर्ज देने के लिए कर्जदाता बैंकों की सोमवार को हुई मीटिंग में कोई फैसला नहीं हो सका. इस बीच, जेट एयरवेज के पायलटों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बैंकों से जेट एयरवेज को बर्बाद होने बचाने की अपील की है. जेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे ने आंतरिक नोट में कहा कि बैंक कंपनी को आपातकालीन कर्ज देने पर फैसला नहीं ले सके हैं और निदेशक मंडल आगे की चर्चा के लिए मंगलवार को बैठक करेंगे.

परिचालन के लिए बैंकों से पैसा मांगा
दुबे ने कहा, 'जैसा कि आप जानते हैं कि हम अपने परिचालन कार्य के लिए बैंकों से पैसा मांग रहे हैं. अंतरिम कर्ज अभी नहीं मिला है. इस कारण हम अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 18 अप्रैल तक बंद रखेंगे.' दुबे ने ई-मेल में कहा, 'ऋणदाताओं के साथ चल रही हमारी बातचीत की मौजूदा स्थिति और उससे जुड़े अन्य मामलों को मंगलवार को निदेशक मंडल के समक्ष रखा जाएगा. हम आपको सभी अहम घटनाक्रमों के बारे में जानकारी देते रहेंगे.'

पायलटों के संगठन ने हड़ताल को टाला
इससे पहले जेट के पायलट संगठन नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) ने रविवार को हड़ताल के फैसले को टाल दिया था. एनएजी एयरलाइन और ऋणदाताओं को बातचीत करने के लिए ज्यादा समय देना चाहते थे. पायलट संगठन से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'हम कुछ धन की मदद की उम्मीद कर रहे थे लेकिन ऋणदाताओं ने एयरलाइन से कहा कि वे अभी कोई पूंजी नहीं देने जा रहे… हम इससे निराश हैं.'

एनएजी के उपाध्यक्ष असीम वलियानी ने कहा, 'हम परिचालन को जारी रखने के लिए 1,500 करोड़ की पूंजी जारी करने की एसबीआई से अपील करना चाहेंगे. हम 20 हजार नौकरियों को बचाने के लिए पीएम मोदी से भी अपील करते हैं.' इधर, कंपनी को कर्ज देने वाले एसबीआई ने एक बयान में कहा, 'जेट एयरवेज की समाधान प्रक्रिया को सुगम बनाने को लेकर जरूरी समर्थन समूह में शामिल बैंक दे रहे हैं. प्रक्रिया की सफलता के लिये सभी संबद्ध पक्षों से समर्थन महत्वपूर्ण होगा.' बोली प्रक्रिया के बारे में बैंक ने कहा कि उसकी इकाई एसबीआई कैपिटल जल्दी ही संभावित बोलीदात को छांटेगी.

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