फाइन आर्ट के क्षेत्र में भी हैं आसीम संभावनाएं  

अगर आप कल्पना शील और क्रिएटिव होने के साथ साथ परिश्रमी भी हैं तो फाइन आर्ट यानि कला का क्षेत्र आपके लिए बेहतरीन कैरियर विकल्प बन सकता है। तकनीक के इस दौर में भी कला का क्षेत्र तेज से विकसित हो रहा है। 
फाइन आर्ट एक बेहतरीन करियर फील्ड है। इसमें सफलता के लिए होना भी जरूरी है। अच्छी पेंटिंग्स लाखों-करोड़ों में बिक रही हैं तथा कलाकारों को उसका पूरा फायदा भी मिल रहा है। इस तरह अच्छे कलाकार को पैसे तो मिलते ही हैं, साथ ही लोकप्रियता भी मिलती है। आजकल कई आर्ट एग्जिबिशन एवं गैलरी खुल गयीं हैं जहां अपनी कला को पेश कर सकते हैं।  
कौन आ सकता है इस क्षेत्र में 
यह क्षेत्र ऐसा है, जो परिश्रम एवं समय मांगता है। अचानक कोई अचानक ही अच्छा कलाकार नहीं बन सकता। इसमें यह देखा जाता है कि छात्र अपनी भावनाओं एवं कल्पनाओं को किस हद तक कैनवस एवं कागज पर उकेर पा रहा है। इसके लिए कल्पनाशील व अपनी सोच से कुछ नया गढ़ने का गुण होना आवश्यक है। इसमें महारथ हासिल करने के लिए क्रिएटिव माइंड होना चाहिए, ताकि आप अपने आर्ट में वह रंग भर दें कि लोगों को वह आकर्षित कर सके।
बारहवीं के बाद ले सकते हैं प्रवेश 
फाइन आर्ट से संबंधित कई तरह के पाठ्यक्रम मौजूद हैं। इसके लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं तय की गई है। कुछ संस्थान 10वीं के बाद ही कई तरह के डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्स कराते हैं, पर वह अधिक कारगर नहीं होते। बारहवीं के बाद जब छात्र के अंदर कला को समझने का कौशल विकसित हो जाता है तो उसे इस क्षेत्र में कदम रखना चाहिए। बैचलर ऑफ फाइन आर्ट (बीएफए) में एडमिशन 12वीं के पश्चात मिलता है। यह चार वर्ष का पाठ्यक्रम होता है। बैचलर कोर्स में प्रवेश परीक्षा के बाद दाखिला मिलता है। कई संस्थान मेरिट के आधार पर दाखिला देते हैं। बीएफए के बाद मास्टर डिग्री के रूप में 2 वर्षीय मास्टर ऑफ फाइन आर्ट (एमएफए) किया जाता है। यदि मास्टर कोर्स में 50 प्रतिशत अंक हैं तो पीएचडी का रास्ता भी खुल जाता है।
काफी बड़ा है क्षेत्र 
फाइन आर्ट में आजकल काफी प्रयोग देखने को मिल रहे हैं, जिसका सकारात्मक फायदा इस क्षेत्र में कदम रखने वाले लोगों को मिल रहा है। यही कारण है कि इसमें रोजगार की संभावना सदैव बनी रहती है। पाठ्यक्रम के पश्चात कई तरह के विकल्प जैसे पत्र-पत्रिकाओं व विज्ञापन एजेंसियों में विजुअलाइजर, स्कूल-कॉलेज में आर्ट टीचर, बोर्ड डायरेक्टर आदि सामने आते हैं।
कमाई 
कमाई का सारा दारोमदार अनुभव एवं कलाकृति की अपील पर टिका होता है। वहीं यदि छात्र नौकरी करना चाहते हैं तो उनके लिए कई विकल्प हैं, जहां उन्हें 10-15 हजार की नौकरी मिल जाती है जबकि अनुभवी लोग अपने कारोबार के बल पर अच्छी खासी रकम वसूल रहे हैं। इसके लिए एक लंबे अनुभव एवं बाजार की जरूरत पड़ती है। जैसे-जैसे भारत में आर्ट एग्जिबिशन एवं कला से संबंधित अन्य गैलरी का चलन बढ़ रहा है, वैसे ही कमाई, खासकर खुद का रोजगार करने वाले एवं फ्रीलांसरों की कमाई बढ़ती जा रही है।
इन पदों पर कर सकते हैं काम 
विजुअलाइजिंग प्रोफेशनल
इलस्ट्रेटर
आर्ट क्रिटिक
आर्टिस्ट
आर्ट प्रोफेशनल्स
डिजाइन ट्रेनर
यहां हैं अवसर 
एनिमेशन इंडस्ट्री ’विज्ञापन कंपनी
आर्ट स्टूडियो
फैशन हाउस
पत्र-पत्रिकाएं
स्कल्पचर
पब्लिशिंग इंडस्ट्री
ग्राफिक आर्ट
पाठय़क्रम चलाने वाले प्रमुख संस्थान 
कॉलेज ऑफ आर्ट (दिल्ली विश्वविद्यालय), नई दिल्ली
डिपार्टमेंट ऑफ फाइन आर्ट (जामिया मिल्लिया इस्लामिया विवि), नई दिल्ली
फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट (बीएचयू), वाराणसी
राजस्थान विश्वविद्यालय (डिपार्टमेंट ऑफ फाइन आर्ट), राजस्थान
सर जेजे इंस्टीटय़ूट ऑफ एप्लाइड आर्ट्स, मुंबई
भारती कला महाविद्यालय, महाराष्ट्र । 
 

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