विकीलीक्स ने लीक की सीआइए की खुफिया जानकारियां

पेरिस: विकीलीक्स ने एक बार फिर हजारों की संख्या में दस्तावेज प्रकाशित किए हैं और उसका दावा है कि ये सभी दस्तावेज अमरीकी जांच एजेंसी सीआईए के सेन्टर फॉर साइबर इंटेलिजेंस से लिए गए हैं। प्रकाशित दस्तावेज अमरीका की साइबर जासूसी करने वाली संस्था के बारे में अंदरूनी जानकारी मुहैया कराते हैं।


अमरीकी खुफिया एजेंसी सीआईए(CIA) के बारे में हुआ खुलासा दुनियाभर के टेक्नोलॉजी यूजर्स की चिंता बढ़ा सकता है। सीआईए स्मार्ट टीवी, स्मार्टफोन्स और एंटी वायरस सॉफ्टवेयर के जरिए लोगों की जासूसी कर रहा है। इतना ही नहीं गैजेट्स में सेव ऑडियो फाइल्स,फोटोज और प्राइवेट टेक्स्ट पर भी सीआईए की नजर है। यहां तक की कम्युनिकेशन के लिए इस्तेमाल हो रहीं एनक्रिप्टेड एप्लीकेशन्स भी सुरक्षित नहीं हैं।


साइबर इंटेलिजेंस से जुड़ी यह जानकारियां अमरीका के साइबर जगत में भूचाल ला सकती हैं। विकीलीक्स पहले भी खुफिया सरकारी दस्तावेज लीक करता रहा है। इसलिए सीआइए ने इस बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया है। दस्तावेजों का अध्ययन कर रहे विशेषज्ञों का कहना है कि ये सभी सही लगते हैं और इनका सार्वजनिक होना सीआईए को हिला कर रख देगा।


जॉर्जिया के रेंडिशन इंफोसक अगस्ता से जुड़े सुरक्षा विशेषज्ञ जेक विलियम्स का कहना है,‘‘इसपर कोई सवाल ही नहीं है कि फिलहाल इससे निपटने का काम चल रहा है।’’‘‘मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि फिलहाल कुछ लोग अपना करियर बदल दें या उनका करियर खत्म हो जाए।’’ यदि सभी दस्तावेज सही साबित होते हैं तो यह विकीलीक्स और उसके सहयोगियों के हाथों अमरीकी खुफिया एजेंसियों की और एक हार होगी।

पिछले करीब एक महीने से इस लीक के बारे में संकेत दे रही विकीलीक्स ने एक लंबे-चौड़े बयान में कहा कि सीआईए ने ‘‘हाल ही में’’अपने हैकिंग टूल का बड़ा हिस्सा खो दिया है और उससे जुड़े दस्तावेज भी गंवा दिए हैं।सीआईए के एक प्रवक्ता जॉनथन लियू का कहना है, ‘‘खबरों में आए खुफिया दस्तावेजों के सही होने या उसकी सामग्री पर हमें कोई टिप्पणी नहीं करनी।’’

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