शौहर को दिया 3 तलाक, इमाम ने ‘गलत’ बताया

महिला ने शौहर को दिया तीन तलाक, इमाम बोले- औरत को तलाक देने का हक नहीं

 

मेरठ
आईजी के सामने एक महिला ने अपने पति को तलाक देने का ऐलान इसलिए कर दिया क्योंकि उसकी छोटी बहन को उसके पति ने तलाक दे दिया। दोनों बहनों की शादी दो सगे भाइयों से हुई है। आईजी ने कानूनी मदद का भरोसा दिया, लेकिन धार्मिक पक्ष होने के कारण तलाक दिलाने पर कुछ नहीं बोले। इस मामले में उलेमा का कहना है कि महिला तलाक मांग तो सकती है, लेकिन खुद दे नहीं सकती। तलाक शौहर ही देगा।

मामला मेरठ के थाना खरखौदा के गांव मैराना का है। आईजी मेरठ जोन आनंद प्रकाश के सामने बुधवार सुबह दो बहनें अमरीन (27) और फरहीन (22) पेश हुईं। दोनों ने बताया कि उनकी शादी 28 मार्च 2012 को लड़पुरा गांव निवासी शमीम और शाकिर, दो भाइयों के साथ हुई थी। अमरीन के बेटे ने फरहीन के पिता से काम के लिए पांच रुपये मांग लिए। इस पर पति ने बच्चे को बुरी तरह पीटा। पिटाई करने पर फरहीन ने अपने पति से ऐतराज जताया।

फरहीन का आरोप है कि पति ने तलाक दे दिया। फरहीन ने अपने पति के खिलाफ मारपीट और दहेज के मामले में एफआईआर दर्ज करा दी। फरहीन की बड़ी बहन अमरीन ने आईजी के सामने ही जोर-जोर से बोल दिया कि मेरी बहन को उसके पति ने तलाक दिया अब मैं अपने पति को तलाक देती हूं। मेरी इस बात को तलाक माना जाए और मुझे पुलिस तलाक दिलाए।

मेरठ जोन के आईजी अजय आनंद ने कहा कि दो बहनें अपनी समस्या लेकर आई थीं। तलाक देने की बात कर भी रही हैं, वे अपनी तरफ से दर्ज एफआईआर में कार्रवाई नहीं होने की बात कर रहीं थीं। पुलिस को उनकी एफआईआर पर जांच कर मदद करने के लिए बोल दिया है।

वहीं, जामा मस्जिद के इमाम शफीकुर्रमान कासमी ने भी इस तलाक को जायज नहीं ठहराया और कहा, 'औरत अपने शौहर से तलाक मांग सकती है। इसे खुला कहते हैं। औरत की डिमांड पर रजामंदी दिखाकर अगर शौहर चाहे तो तलाक दे सकता है, लेकिन अपनी तरफ से औरत शौहर को तलाक दे दे, यह नहीं हो सकता। इस्लाम में तलाक देने का हक सिर्फ शौहर को है।'

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