गर्मियों में रैशेज से इस प्रकार मिलेगी राहत

गर्मियों का मौसम में महिलाओं को त्वचा संबंधी कई परेशानियां शुरू हो जाती हैं। इन परेशानियों की एक प्रमुख वजह है, पसीना। पसीने से त्वचा में कई तरह के फंगल इंफेक्शन भी हो जाते हैं। इससे रह-रहकर होने वाली खुजली से असहजता और बढ़ जाती है। बार-बार खुजाते रहने से त्वचा छिल जाती है व खरोंच के निशान तक पड़ जाते हैं, जो सूखने के बाद और ज्यादा दर्द पैदा करते हैं। कई बार स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि चलने व उठने-बैठने तक में बहुत दिक्कत होने लगती है। 
यह एक तरह की दाद या खुजली होती है। सामान्यत यह उनके प्रजनन अंगों तक में भी फैल सकती है, जिसका समय रहते इलाज किया जाना बेहद जरूरी है हालांकि इसके लिए डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लेनी चाहिये, जो एंटी फंगल ट्रीटमेंट के तहत कुछेक क्रीम, पाउडर आदि से जल्दी ठीक भी हो जाता है। इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से भी इस प्रकार के फंगल संक्रमण से राहत पा सकती हैं।
नारियल तेल लगायें 
जब हम चलते हैं, तो हमारी जांघों की त्वचा आपस में टकराती है और गर्मी में पसीने की चिपचिपाहट से या बेहद तंग कपड़े पहनने की वजह से उस जगह पर रैशेज पड़ने लगते हैं, जो बहुत पीड़ादायक होते हैं। प्रभावित हिस्से पर अगर नारियल का तेल या अन्य कोई भी सौम्य एवं ठंडा तेल लगाकर हल्के हाथ से मालिश की जाए तो रैशेज से राहत मिलती है। रात में सोने से पहले अगर यह मालिश की जाए तो ज्यादा लाभ मिलता है। 
नमी रखे बरकरार वैसलीन
नारियल तेल के अलावा पेट्रोलियम जेली यानी वैसलीन को प्रभावित हिस्से पर लगाने से भी बहुत आराम मिलता है। वैसलीन भी तेल की तरह ही प्रभावित हिस्से की नमी को बरकरार रखती है और त्वचा को सूखने नहीं देती। 
एलोवेरा का फायदा
सौंदर्य उत्पादों में एलोवेरा का इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है, लेकिन त्वचा पर पड़ने वाले इस प्रकार के रैशेज में भी यह बहुत प्रभावी होता है। एलोवेरा जेल में ल्यूपियोल नामक फैटी एसिड होता है, जो रैशेज में होने वाले दर्द से राहत देने में सहायक होता है। इसे रात को सोने से पहले प्रभावित हिस्से में लगाने पर सुबह तक चमत्कारी रूप से आराम मिलता है। 
साबुन भी बदलें
गर्मियों में हम सबका बार-बार नहाने का दिल करता है ऐसे में बार-बार साबुन लगाने से त्वचा शुष्क हो 
जाती है। इसलिए हमेशा ही सौम्य किस्म के साबुन का ही इस्तेमाल करे, जो त्वचा के पीएच बैलेंस को तो बनाए रखे ही, साथ ही हानिकारक बैक्टीरिया से भी सुरक्षा प्रदान करे।
पाउडर भी देता है फायदा
पसीने से पैदा होने वाली नमी से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए प्रभावित हिस्सों पर अच्छी तरह टेलकम पाउडर लगाएं। पाउडर पसीने को सोख लेगा और आपको रैशेज भी नहीं होंगे। वैसे आजकल फंगल इन्फेक्शन से बचने के लिए मेडिकेटेड पाउडर भी बाजार में उपलब्ध हैं। 
इन्हें भी आजमाएं
गर्मी का मौसम ज्यादा नमी वाला और उमस से भरा होता है, जिसमें पसीना लगातार आता रहता है। इससे बचने के लिए आप कुछ आसान टिप्स आजमा सकती हैं।
जहां तक कोशिश हो ढीले, हल्के रंगों के सूती कपड़े ही पहनें, ताकि पसीना आने पर वह जल्दी ही सूख जाए और शरीर को हवा लगती रहे। 
लंबे समय तक टाइट फिटिंग जींस या इसी प्रकार की अन्य ड्रेसेज पहने रखने से खासतौर से जांघों को हवा नहीं लग पाती और रैशेज हो जाते हैं। 
इसी प्रकार अगर शॉर्ट ड्रेस पहन रही हैं, तो उसके नीचे साइकिलिंग शॉट्र्स जरूर पहनें। 
नहाने के बाद आप अपने जांघों वाले हिस्से और उसकी आस-पास की जगह को तौलिया से अच्छी तरह साफ कर लें। 
ध्यान रखें कि इस दौरान इस्तेमाल किया जाने वाला तौलिया एकदम साफ हो और उसे आपके अलावा कोई और इस्तेमाल ना करता हो। 
 

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