जवाबी कार्रवाईः भारत का करारा जवाब, 7 पाक सैनिक मारे, 2 पोस्ट उड़ाए

पाकिस्तान के हमले का करारा जवाब देते हुए भारत ने सोमवार रात पाकिस्तान की दो पोस्ट पर बड़ा हमला बोला है। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, भारत ने जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी पोस्ट उड़ा दी हैं जिनमें 7 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की जानकारी भी सामने आ रही है। 

भारतीय सेना ने कृष्णा घाटी के पास दो पाकिस्तानी किरपान और पिंपल को निशाना बनाया है। इन पोस्ट पर भारतीय हमले में 7 पाक सैनिकों की मौत हुई है। इससे पहले पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए भारतीय पोस्ट पर गोलीबारी की थी। इस हमले में दो भारतीय जवान शहीद हो गए थे। शहीद होने वालों में नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर शामिल हैं। हमले के बाद सेना की तरफ से आए बयान में बताया गया है कि पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता भी की है।

इसके बाद से पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाप आक्रोश की लहर थी। भारत सरकार ने पाकिस्तान के हमले की निंदा करते हुए शहीद हुए दोनों भारतीय सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता किए जाने की आलोचना की थी। वहीं सेना ने बयान जारी करके कहा था कि सेना ने बयान में कहा कि 1 मई 2017 को कृष्‍णा घाटी सेक्‍टर में नियंत्रण रेखा के निकट दो फॉरवर्ड पोस्‍ट्स पर पाकिस्‍तानी सेना की ओर से रॉकेट और मोर्टार से फायरिंग की गई। साथ ही दो पोस्‍ट्स के बीच पैट्रोल ऑपरेटिंग पर बैट एक्‍शन भी किया गया। 

पाकिस्‍तानी सेना ने कायरानापूर्ण रवैया दिखाते हुए हमारे दो जवानों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया। पाकिस्‍तानी सेना का ऐसे नृशंस कृत्‍य का जल्‍द ही उचित जवाब दिया जाएगा।

दो भारतीयों सैनिकों की हत्या के बाद राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मोदी की पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की लगातार कोशिशों के बावजूद इस्लामाबाद के रवैये में कोई बदलाव नहीं हुआ। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के विशेष बल द्वारा दो जवानों का सिर काटने की आज की घटना बीते छह महीनों में इस तरह की तीसरी घटना है।सेना के सूत्रों ने यहां कहा कि बीते अक्तूबर और नवंबर में इस तरह की दो घटनाएं हो चुकी हैं। दोनों घटनाएं नियंत्रण रेखा के माछिल क्षेत्र में हुईं जिसमें दो जवानों की जान गई। 

 पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी बर्बर हमले की कड़ी निंदा की सिंह ने कर्तव्य निर्वहन के दौरान खतरनाक स्थितियों से निपटने के लिए सेना को खुली छूट दिये जाने की मांग की। सीमा पर सैनिकों पर बढ़ते खतरे पर चिंता व्यक्त करते हुए अमरिंदर सिंह ने भारतीय सैनिकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की। सिंह स्वयं एक भूतपूर्व सैनिक हैं।उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों को सभी तरह के खतरों और अत्याचार का सामना करना पड़ रहा है, न केवल सीमापार दुश्मन देश की सेना की ओर से बल्कि कभी कभी नागरिकों की ओर से भी खतरे का सामना करना पड़ रहा है जैसा कि हाल में कश्मीर में हुआ। उन्होंने आज की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जतायी जिसमें दो भारतीय सैनिकों के सिर काट दिये गए। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि ऐसे अत्याचार एवं बर्बर कृत्यों में लिप्त होने वाले दुश्मन ताकतों को कड़ा संदेश दे।

Leave a Reply