ट्रंप स्पीच में नहीं बुलाए श्रीनिवास के रिश्तेदार, भड़के डैमोक्रेटिक सीनेटर

वॉशिंगटन।  अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कांग्रेस में अपने पहले संबोधन के दौरान भारतीय इंजीनियर के परिवार को आमंत्रित नहीं करने पर डैमोक्रेटिक सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने बुधवार(1 मार्च) को ट्रंप की आलोचना की। घृणा अपराध के एक मामले में भारतीय इंजीनियर की मौत हो गई थी। 

सैंडर्स ने ट्रंप पर अप्रवासियों के खिलाफ भय और घृणा फैलाने का आरोप लगाया क्योंकि उन्होंने अपने भाषण के लिए सिर्फ अवैध अप्रवासियों द्वारा मारे गए लोगों के परिवारों को ही आमंत्रित किया था। सैंडर्स ने सवाल किया कि आखिर ट्रंप ने श्रीनिवास या वर्ष 2015 में चार्ल्सटन में मारे गए एक अश्वेत ग्रामीण के परिजनों को क्यों नहीं आमंत्रित किया। 32 वर्षीय भारतीय इंजीनियर की पिछले हफ्ते कंसास में हत्या कर दी गई थी।

ट्रंप के भाषण देने से 2 घंटे पहले सैंडर्स ने फेसबुक पर पोस्ट किया,‘किसी की भी मौत दुखद है और हिंसा में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति हम दिल से सहानुभूति जताते हैं।’ सैंडर्स ने आगे कहा,‘वह अप्रवासियों के खिलाफ भय और घृणा फैला रहे हैं और हमारे देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा,‘यही उनकी राजनीतिक रणनीति है और निश्चित तौर पर हमें उन्हें इसकी अनुमति नहीं देनी चाहिए। ट्रंप,कोई भी मौत दुखद है। इन दुखद बातों को नस्ल और राष्ट्रीयता के नाम पर अलगाव बढ़ाने के लिए इस्तेमाल नहीं करें।’

अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंसास में हुई गोलीबारी पर बुधवार (1 मार्च) को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इस घटना को ‘बुराई’ एवं ‘घृणा’ करार दिया। इस गोलीबारी में एक भारतीय इंजीनियर की मौत हो गई थी। ट्रंप ने अमरीकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को पहली बार संबोधित करते हुए कहा,‘यहूदी सामुदायिक केंद्रों को निशाना बनाकर हाल में दी गई धमकियां और यहूदी कब्रिस्तानों में तोड़ फोड़ की घटना के अलावा कंसास शहर में पिछले सप्ताह हुई गोलीबारी की घटना हमें याद दिलाती हैं कि हम नीतियों के मामले में भले ही बंटे हुए हो लेकिन हम घृणा एवं बुराई के सभी रूपों की निंदा के लिए एकजुट होकर खड़े हैं।’

पूर्व नौसैन्य कर्मी एडम पुरिन्टन ने एक रेस्त्रां में गोली मार कर श्रीनिवास कुचिभोटला (32) की हत्या कर दी थी और एक अन्य भारतीय आलोक मदसानी (32) को घायल कर दिया था। पुरिन्टन ने उन पर गोलीबारी करने से पहले उन्हें ‘आतंकवादी’ कहा था। उसने कहा था, ‘मेरे देश से बाहर निकल जाओ।’ इस दौरान 24 वर्षीय अमरीकी इयान ग्रिलॉट भी बीच बचाव करने की कोशिश करते हुए घायल हो गया था। पुरिन्टन (51) ने इन भारतीयों को स्पष्ट रूप से गलती से पश्चिम एशिया से आए प्रवासी समझ लिया था। ट्रंप के बयान से पहले व्हाइट हाऊस ने गोलीबारी को ‘नस्लवाद से प्रेरित घृणा’ बताकर इसकी निंदा की थी।

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