दिल्ली के स्कूलों से भी आ रहे ‘मौत के पैगाम’, टॉयलेट में छात्र का शव मिलने से सनसनी

नई दिल्ली। दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक स्कूल में छात्र की हत्या के अलावा दिल्ली के स्कूलों से भी नौनिहालों के घर तक पहुंचने वाले मौत के पैगाम ने बाकी अभिभावकों की भी चिंता बढ़ा दी है। पिछले छह महीने में दिल्ली में ऐसे चार मामले सामने आ चुके हैं।


करावल नगर में ही तीन महीने पहले स्कूल में छात्र की झगड़े के दौरान भी हत्या का मामला गर्माया था। अब सादतपुर स्थित जीवन ज्योति स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र तुषार की बृहस्पतिवार को मौत ने स्कूल प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।


स्कूल प्रशासन का कहना है कि तुषार को दस्त हो रही थी। अगर यह सच है तो स्कूल प्रशासन को या तो बच्चे को चिकित्सकीय सुविधा देनी चाहिए थी या परिजनों को इसकी सूचना देनी चाहिए थी।


तुषार का सुबह हुआ था झगड़ा


जीवन ज्योति स्कूल के एक छात्र ने पुलिस को बयान दिया है कि सुबह स्कूल पहुंचने के बाद तुषार का कुछ छात्रों से झगड़ा हुआ था। संभव है कि उसे इसमें गुम चोटें आईं और इसकी वजह से उसकी मौत हो गई। पुलिस भी इससे इन्कार नहीं कर रही है।

वहीं, प्रदर्शन की अगुआई कर रहे एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गहलोत ने बताया कि स्कूल प्रशासन ने करीब डेढ़ घंटे के बाद परिजनों को बच्चे की तबीयत खराब होने की सूचना दी।


अगर शुक्रवार को पुलिस ने दोषी छात्र को नहीं पकड़ा और स्कूल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो शव के साथ प्रदर्शन किया जाएगा। स्कूल के संचालक मुकेश बंसल हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर निगम का चुनाव भी लड़ चुके हैं। इस मामले में कई बार कोशिश के बाद ही उनसे संपर्क नहीं हो पाया।


बता दें कि करावल नगर के सादतपुर इलाके स्थित जीवन ज्योति स्कूल में नौवीं के छात्र की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मृतक की पहचान तुषार (16) के रूप में हुई है। तुषार स्कूल के बाथरूम में अचेतावस्था में मिला था और जीटीबी अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।


परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए शाम को स्कूल के बाहर प्रदर्शन करने के साथ ही करावल नगर चौक पर आधे घंटे तक चक्का जाम किया। बवाल बढ़ता देखकर भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा, लेकिन परिजन हत्या का मामला दर्ज कर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। वहीं, स्थानीय विधायक कपिल मिश्र भी परिजनों के साथ थाने पहुंचकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।


आखिरकार, पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। तुषार का परिवार गली नंबर-3, तुकमीरपुर, करावल नगर में रहता है और पिता सुनील निगम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। तुषार बृहस्पतिवार सुबह स्कूल गया और करीब 10:30 बजे कुछ छात्रों ने उसे बाथरूम में अचेत अवस्था में देखा। प्रिंसिपल ने बच्चे को निजी अस्पताल भेजा। वहां से जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।


यहीं से एक शिक्षक ने बच्चे के परिजनों को तुषार की तबीयत खराब होने की सूचना दी थी, लेकिन जब तक परिजन अस्पताल पहुंचे, तुषार दम तोड़ चुका था। परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाने के बाद पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है और स्कूल प्रशासन व तुषार के सहपाठियों से पूछताछ कर रही है।


परिजनों ने कहा-पिटाई से मौत, स्कूल ने कहा- दस्त से जान गई


परिजनों का आरोप है कि तुषार को मारा-पीटा गया है, जबकि स्कूल प्रशासन का कहना है कि दस्त के कारण तुषार की मौत हुई है। वहीं, पुलिस उपायुक्त डॉ. एके सिंगला ने बताया कि बच्चे के शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं हैं। शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। बहरहाल, खजूरी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।


स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सच्चाई पर पर्दा डालने का आरोप


तुषार के चचेरे भाई रवि का कहना है कि उनके भाई की स्कूल में ही हत्या कर दी गई, लेकिन स्कूल प्रशासन उस पर पर्दा डाल रहा है। शव पर गुम चोटों के निशान हैं। स्कूल के कुछ छात्रों ने भी परिवार को बताया है कि तुषार का स्कूल में झगड़ा हुआ था, लेकिन स्कूल प्रशासन इससे भी साफ इन्कार कर रहा है। रवि का आरोप है कि तुषार की स्कूल में ही मौत हो चुकी थी, लेकिन जीटीबी अस्पताल से शिक्षक ने उन्हें दोपहर 12 बजे बीमार होने की सूचना दी। जब तक परिजन अस्पताल पहुंचे, तुषार की मौत हो चुकी थी।


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