दिल्ली सरकार ने रिसोर्स पर्सन के 45 पदों के लिए मांगे आवेदन 

दिल्ली सरकार ने रिसोर्स पर्सन के 45 पदों पर आवेदन मांगे हैं। जो उम्मीदवार दिल्ली में नौकरी तलाश रहे हैं उनके लिए ये अच्छा मौका है। 
योग्यता
उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से बी.एड (विशेष शिक्षा) के साथ ग्रेजुएशन किया हो। इसी के साथ विशेष शिक्षा में डिप्लोमा या विशेष शिक्षा में पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोफेशनल डिप्लोमा और कक्षा 12वीं पास की हो। इसी के साथ उम्मीदवारों ने सीटेट क्लियर किया हो।
उम्र सीमा
पुरुष उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 30 साल और महिला उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 40 साल होनी चाहिए। आवेदन के लिए कोई फीस नहीं है।
क्या है जरूरी तारीख
आवेदन करने की आखिरी तारीख- 10 जुलाई 2019
क्या है चयन प्रक्रिया
जो उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उनका चयन मेरिट लिस्ट के आधार पर किया जाएगा। वहीं उम्मीदवार आवेदन आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं। उम्मीदवारों का वेतन 33,000 से 40,000 तक होगा। 

गेस्ट टीचर्स का बढ़ा कॉन्ट्रेक्ट 
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे 22000 गेस्ट टीचर्स के करियर पर आया संकट टल गया है। दिल्ली सरकार ने उनका  तीन महीने (1 जुलाई से 31 अक्टूबर 2019)  का अनुबंध बढ़ा दिया है। गेस्ट टीचर्स लंबे समय से स्थायी करने की मांग कर रहे थे। वहीं ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के सदस्य शोएब राणा का कहना है कि गेस्ट टीचर्स को भले ही कुछ समय के लिए राहत मिल गई है, लेकिन स्थाई टीचर्स के आते ही एक बार फिर हम सड़क पर आ जाएंगे।
राणा ने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि हमें 'समान कार्य के लिए 'समान वेतन'  और 60 साल की पॉलिसी दी जाए। आपको बता दें, प्रोमोशन, ट्रांसफर , नई रेगुलर टीचर्स की ज्वॉइनिंग , पीएफसीकी वजह से गेस्ट टीचर्स की नौकरी पर समय-समय संकट बना रहता है। ऐसे में उन्हें डर रहता है कि कहीं नौकरी हाथ से चली जाए।
लगभग 2011 से गेस्ट टीचर्स दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और स्कूलों की शिक्षा का स्तर सुधार रहे हैं। जिसकी वजह से सरकारी स्कूलों में जहां शिक्षा का स्तर बेहतर हुआ वहीं बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।  
ऐसे में गेस्ट टीचर्स अपनी जॉब सिक्योरिटी को लेकर बहुत लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं और अपना रोजगार बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। गेस्ट टीचर्स दिल्ली सरकार और एलजी से मांग कर रहे थे कि उन्हें रेगुलर टीचर्स की तरह 60 साल स्कूलों में शिक्षा देने की इजाजत मिले जिसे स्वीकार कर लिया गया है पर उन्हें अभी अपनी नौरी को लेकर असुरक्षा का अहसास बना हुआ है।
गेस्ट टीचर्स अभी अपनी जॉब सिक्योरिटी को लेकर चितिंत हैं। साथ ही वह चाहते हैं उन्हें सुविधाएं नियमित टीचर्स के जैसी सुविधाएं दी जाए। 
वहीं दिल्ली सरकार ने वादा किया था गेस्ट टीचर को स्थायी किया जाएगा। वर्तमान में दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में 64,000 टीचर्स की पोस्ट हैं, जबकि अभी 58,000 टीचर्स ही काम कर रहे हैं. इनमें गेस्ट टीचर्स की संख्या 22,000 है। 
 

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