पत्नी के 72 टुकड़े करने वाला पति दोषी करार

देहरादून . सात साल पहले देहरादून मे हुए अनुपमा गुलाटी हत्याकांड में कोर्ट ने आरोपी पति राजेश गुलाटी को दोषी करार दिया है। सजा का ऐलान शुक्रवार को होगा। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था। राजेश गुलाटी ने पहले अपनी पत्नी अनुपमा की गला घोंटकर हत्या की और बाद में उसका शव डीप फ्रीजर में रखकर उसके 72 टुकड़े करने के बाद ठिकाने लगाने का प्लान बनाया था। लेकिन उसकी साजिश का भांडा पहले ही फूट गया।

इस मामले की सुनवाई देहरादून की अपर जिला जज पंचम की अदालत में 18 अगस्त को अंतिम बहस के साथ पूरी हो गई थी। गुरुवार को राजेश गुलाटी को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाना) के तहत दोषी करार दिया गया है। गुलाटी की सजा का ऐलान शुक्रवार को किया जाएगा। अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान मृतक के दो नाबालिग बच्चों की गवाही को अमान्य कर दिया। इस दौरान अभियोजन पक्ष की तरफ से पेश और अपने बयान से पलटे दो गवाहों के बयान को अदालत ने अपने फैसले का आधार बनाया।

दिल दहला देने वाली यह वारदात कैंट कोतवाली क्षेत्र के प्रकाशनगर में 11 दिसंबर 2010 को सामने आई थी। सॉफ्टवेयर इंजिनियर राजेश गुलाटी जो कि दिल्ली के सत्य निकेतन इलाके का मूल निवासी है, यहां एक मकान लेकर अपनी पत्नी अनुपमा और दो बच्चों के साथ रहता था। 17 अक्टूबर 2010 को अनुपमा अचानक घर से लापता हो गई।

बच्चे जब भी राजेश से मां के बारे में पूछते, तो उसने कहा कि उनकी मां अपने मायके गई हुई है। करीब दो महीने तक यही सिलसिला चलता रहा। इस दौरान मायके पक्ष के लोगों का अनुपमा से संपर्क नहीं हुआ, तो 11 दिसंबर 2010 को अनुपमा का भाई, राजेश के प्रकाशनगर स्थित आवास पर पहुंचा, मगर उसे घर में घुसने नहीं दिया गया। यह सूचना उसने पुलिस को दी। पुलिस ने घर की तलाशी ली, तो एक कमरे में रखे डीप फ्रीजर से अनुपमा गुलाटी की लाश के टुकड़े मिले।

हत्या के बाद डीप फ्रीजर में छिपाई लाश

चार महीने की तफ्तीश के बाद 10 मार्च 2011 को कैंट पुलिस ने राजेश को हत्या का आरोपी बताते हुए अदालत में चार्जशीट दाखिल की। आरोप पत्र में पुलिस ने बताया कि अनुपमा और राजेश में अक्सर झगड़ा होता था। 17 अक्टूबर 2010 की रात भी दोनों में मारपीट हुई थी। इस दौरान अनुपमा के सिर पर बेड का कोना लग गया और वह बेहोश हो गई। इसके बाद राजेश ने मुंह पर तकिया रखकर उसकी हत्या कर दी।

आरोपों के मुताबिक अगले दिन राजेश ने बाजार से 20 हजार रुपये में डीप फ्रीजर खरीदा और लाश उसमें छिपा दी। इसके बाद राजेश ने बाजार से पत्थर काटने वाला ग्राइंडर और आरी खरीदी और लाश के टुकड़े कर डाले। लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसने तीन बार में कुछ टुकड़े पॉलीथीन में करके मसूरी में पहाड़ी से नीचे फेंके। वह धीरेधीरे यह काम कर रहा था, जिससे किसी को शक हो, लेकिन इसी बीच उसका राज खुल गया।

1999 में हुई थी लव मैरेज

 

राजेश ने अनुपमा से 10 फरवरी 1999 को लव मैरेज की थी। दोनों के बीच 1992 से अफेयर चल रहा था। शादी के एक साल बाद राजेश, अनुपमा को लेकर यूएस चला गया। वहां जून 2006 में उन्हें जुड़वा बच्चे सिद्धार्थ और सोनाक्षी हुए। वर्ष 2008 में दोनों दिल्ली गए। इसके बाद राजेश परिवार समेत देहरादून गया था।

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