पाकिस्तान: पनामा पेपर्स केस में सोमवार से शुरू हो रहा है नवाज शरीफ के भाग्य का फैसला

इस्लामाबाद
पनामा पेपर्स लीक पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ, वह सोमवार को अपने निर्णायक चरण में पहुंच रहा है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अब अंतिम फैसला सुनाएगा। इसके मद्देनजर सरकार और विपक्षी दल, दोनों ही अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। पंजाब के कानून मंत्री राना सलाउल्लाह के मुताबिक, वकीलों की जो टीम अदालत में शरीफ परिवार का बचाव करेगी उनमें ख्वाजा हारिस, अकरम शेख, सलमान अकरम रजा और बैरिस्टर जफारुल्लाह शामिल हैं।

'द डॉन' की खबर के मुताबिक, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) अपने पास बचे कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है। वहीं इसकी धुर-विरोधी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि अदालत के फैसले में अगर नवाज को सजा मिलती है तो उनकी पार्टी इसका जश्न मनाएगी। उन्होंने कहा कि PTI या तो इस फैसले का जश्न मनाएगी या फिर आदिला जेल तक नवाज का पीछा करेगी। दूसरी तरफ, नवाज ने रविवार का पूरा दिन अपनी कानून व राजनैतिक टीमों के साथ बातचीत करने में गुजारा। नवाज और उनका परिवार फिलहाल इस बात पर विचार कर रहा है कि संयुक्त जांच टीम (JIT) की रिपोर्ट पर क्या आपत्तियां दायर की जा सकती हैं। नवाज एक ओर तो कानूनी विकल्पों को तलाशने में जुटे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ वह विपक्षी दलों के विरोध का सामना करने की रणनीति भी तैयार कर रहे हैं।

मालूम हो कि पनामा पेपर्स लीक मामले में शरीफ परिवार पर बेनामी संपत्तियां जुटाने व अन्य वित्तीय गड़बड़ियां करने का आरोप है। JIT ने अपनी रिपोर्ट में शरीफ परिवार पर झूठी गवाही देने, जाली दस्तावेज बनाकर अपनी संपत्ति के बारे में गलत जानकारी देने और क्षमता से कहीं ज्यादा दौलत जमा करने जैसे कई आरोप लगाए हैं। नवाज ने इस रिपोर्ट को गलत बताते हुए कानून लड़ाई लड़ने का संकल्प जताया था। राना सनाउल्लाह ने बताया कि शरीफ परिवार सोमवार को JIT रिपोर्ट के खिलाफ अपनी आपत्तियां अदालत के सामने रखेगा। वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगिर ने बताया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट से संविधान के अनुच्छेद 10-ए को इस्तेमाल कर न्याय सुनिश्चित करने की अपील करेगी।

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