बच्चों से न कहें ये बातें 

सभी अभिभावक यही चाहते हैं कि उनका बच्चा हमेशा पौष्टिक खाना खाए और सदैव स्वस्थ रहे पर इसको लेकर कई बार माता-पिता खाने के समय ही जाने अनजाने में बच्चों को कुछ ऐसी बातें बोल डालते हैं, जिससे बच्चे परेशान हो जाते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो सावधान हो जाएं, ऐसी बातों से बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए बच्चों से बोलते समय इन बातों का ध्यान रखें। 
रोक-टोक न करें 
कई बार बच्चा ठीक से खाना न खाए तो मां-बाप डाइनिंग टेबल पर ही बच्चों को रोकना टोकना शुरु कर देते हैं यानि की खाने की टेबल पर बच्चों को खाने के लिए मजबूर करते वक्त ऐसी बातें सुनाते रहते हैं, जिससे बच्चे उदास हो जाते हैं। उनका मन खाने पर से बिल्कुल उठ जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार खाते वक्त बच्चों को कहीं गई बातें उनके दिल और दिमाग दोनों पर गहरा असर डालती हैं। ऐसे में बहुत जरुरी है कि खाते वक्त बच्चों को कोई भी बात सोच-समझकर बोलनी चाहिए ताकि उनका मन खाने में लगा रहे। यदि आपका बच्चा किसी चीज को खाने से इंकार कर भी रहा हो तो उसे प्यार से समझाएं, उसे डांट कर या फिर दूसरे बच्चों की उदाहरण देकर दुखी न करें और न ही बच्चे को किसी भी तरह का लालच दें, ऐसा करने से बच्चा बिगड़ सकता है। 
कई बार अभिभावक बच्चे को फल और सब्जियां खिलाने के चक्कर में लालच दे बैठते हैं। मगर मीठा का लालच देकर बच्चे को ये सब चीजें खिलाना गलत बात है। ऐसा करने से बच्चा हर बार बात मानने के चक्कर में किसी न किसी बड़ी चीज की मांग करेगा, जिससे उसका स्वभाव लालची बनता जाएगा। साथ ही आपको रोज उसे कुछ मीठा खाने को देना पड़ेगा, जिसका बुरा असर उसकी सेहत पर पड़ेगा।
शिकायतें न करें 
डाइनिंग टेबल पर बच्चों को कभी भी कुछ ऐसा मत बोलें, जिससे उनका मन खाने पर से उठ ही जाए। अपने बच्चों की दिन भर कि शिकायतें डिनर टेबल पर करना बहुत गलत बात है। इससे बच्चा उदास हो जाता है, उसका ध्यान खाने में कम और आपकी शिकायतों में ज्यादा रहता है। ऐसा करने से धीरे-धीरे बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ने लगता है। 
खाने को लेकर दबाव न बनायें 
अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे ने ज्यादा नहीं खाया है, तो कोशिश करें कि उन्हें इस चीज के लिए जोर न दें। बच्चों को अधिक खाने के लिए बोलना अच्छा नहीं होता है, बल्कि यह बहुत ही व्यर्थ होता है। अगर आपका बच्चा भूखा है तो वह अपने आप खाना खा लेगा। अपने बच्चे को यह तय करने दें कि वह कितना खाना चाहता है। अभिभावकों को बच्चों को यह बताना चाहिए कि जितनी भूख हो उतना ही खाना खाएं।
बच्चे की तारीफ
अगर किसी दिन बच्चा बिना जिद्द किए आपका बनाया हुआ सब कुछ खा लेता है तो उसकी तारीफ करना मत भूलें। इससे बच्चा हमेशा अपना खाना पूरा खत्म करने की कोशिश करेगा
 

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