भारत-जर्मनी के बीच एक नए संबंध की हो सकती है शुरुआत, मर्केल ने दिए संकेत

बर्लिन
जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल से आज बर्लिन के पास उनके आधिकारिक अतिथि गृह में निजी रात्रिभोज पर अनौपचारिक बातचीत के लिए मिले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों के बीच ‘बहुत अच्छी बातचीत’हुई। जर्मनी के ब्रैंडनबर्ग जिले में स्थित 18वीं सदी के महल ‘शलॉस मीजेबर्ग’ के बाग में खिली धूप में दोनों नेता साथ में टहले। बैठक ‘शलॉस मीजेबर्ग’ की आगंतुक पुस्तिका में मोदी के हस्ताक्षर करने के साथ शुरु हुई।

मर्केल जिस तरह एशियाई देशों के तवज्जो दे रही हैं और डॉनल्ड ट्रंप प्रशासन को निशाना बना रही हैं, उससे लगता है कि वे भारत के साथ जर्मनी के संबंध को एक नए मुकाम पर ले जाएंगी। वह इस हफ्ते भारतीय और चीनी लीडरों से मुलाकात कर रही हैं। रविवार को म्यूनिख में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि वे एशियाई देशों के साथ संबंध मजबूत करने पर जोर देंगी। उन्होंने चुनावी रैली में स्पष्ट तौर पर अमेरिका को निशाने पर लिया। मर्केल पैरिस जलवायु समझौते पर डॉनल्ड ट्रंप के रुख को लेकर काफी बरसीं। उन्होंने कहा, 'कुछ हद तक वह युग खत्म हो गया है, जब हम एक-दूसरे पर पूरी तरह भरोसा कर सकते थे। पिछले कुछ दिनों से मैंने यही महसूस किया है।'

बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘चांसलर मर्केल के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई।’ बैठक को एक बेहद अनौपचारिक मामला बताया गया। मोदी के दो दिन के जर्मनी के दौरे के औपचारिक कार्यक्रम कल से शुरु होंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में आलीशान महल के बाग में दोनों नेताओं के आपस में बातचीत के दौरान ली गई तस्वीरें डालते हुए कहा, ‘एक सार्थक भागीदारी का बंधन। चांसलर मर्केल ने निजी रात्रिभोज से पहले शलॉस मीजेबर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी की।’

इसी बीच, मोदी के साथ गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल वरिष्ठ मंत्री भी अपने जर्मन समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं। इन मंत्रियों में वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर शामिल हैं।

Leave a Reply