महात्मा गांधी की हत्या को लेकर विवाद, दिग्गज BJP मंत्री ने कह दी बड़ी बात

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के मामले को लेकर उस समय विवाद हो गया, जब भाजपा के दिग्गज मंत्री ने बड़ी बात कह दी। इसे सुनकर सभी हक्के-बक्के रह गए। अपने बयानों को लेकर अकसर सुर्खियों में रहने वाले हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने यह बयान दिया। मामले को लेकर वे कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा से भिड़ गए। दोनों ने सदन के बाहर गंभीर आरोप लगाए।
 

कुलदीप शर्मा ने पहले सदन में कहा कि आरएसएस विचारधारा न रहती तो गांधी का कत्ल न होता। इसके बाद प्रेस दीर्घा में पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने गांधी की हत्या का कारण आरएसएस विचारधारा को बताया। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि उनके आरोप बिल्कुल सही हैं। भाजपा में हिम्मत है तो उन पर मुकदमा चलाकर दिखाए अन्यथा आरोप अपने आप ही सिद्ध हो जाएंगे। कुलदीप यहीं नहीं रुके, उन्होंने विज को मसखरा तक कह डाला।

इसके बाद उन्होंने कहा कि दो हजार या अन्य नोटों से गांधी की फोटो हटाकर क्या वे मोदी या गोडसे का फोटो लगाएंगे। उन्हें तो गोडसे का मंदिर बना देना चाहिए। विरोधियों की आवाज दबाना ही आरएसएस की विचारधारा है। सत्ताधारी दल संख्या बल के बूते विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है। कभी निंदा प्रस्ताव लाकर तो कभी विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाकर।

अनिल विज ने पलटवार करते हुए कह दी ये बात

 

उधर, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी कुलदीप शर्मा पर पलटवार करने में देरी नहीं लगाई। विज ने प्रेस दीर्घा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महात्मा गांधी की हत्या आरएसएस ने नहीं, बल्कि कांग्रेस ने की है। कांग्रेस ने देश को बांटने का काम किया, महात्मा गांधी ने बयान दिया था कि देश का बंटवारा उनकी लाश के ऊपर होगा, लेकिन कांग्रेस के लोगों ने सत्ता के लालच में देश को बांट दिया। इस बंटवारे में दस लाख लोगों की जान गई।

इससे देश में नफरत पैदा हुई और उसके कारण गांधी की हत्या हुई। विज ने कहा है कि नोटों में शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की भी फोटो लगाई जा सकती है, यह विषय केंद्र सरकार के अधीन है। साधु-महात्माओं के नाम कांग्रेस से पूछ कर नहीं रखे जा सकते। सदन में खड़े होकर सदस्यों को सच बोलना चाहिए। विधायक कुलदीप शर्मा मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं और उनका इलाज स्वामी रामदेव से करवाना होगा।

सैफुल्लाह के पिता को सलाम
अनिल विज ने कहा कि आतंकवादी सैफुल्लाह के शव को पिता सरताज ने लेने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि सैफुल्लाह देशद्रोही है। वह ऐसे पिता को सलाम करते हैं। जब तक भारत में ऐसे पिता मौजूद हैं, तब तक आईएसआई भारत में अपना आधार नहीं बना पाएगी और उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे।

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