मैदानों व पार्कों की देखरेख करना भूला भेल प्रशासन

भोपाल । नगर प्रशासन भेल टाउनशिप में बने खेल मैदानों व पार्कों की देखरेख व रखरखाव नहीं कर पा रहा है। भेल टाउनशिप में पानी की कमी के चलते मैदानों व पार्कों से घास गायब हो गई है। कर्मचारियों की तैनाती खेल मैदानों पर न के बराबर रहती है। खेल मैदानों पर पानी की व्यवस्था नहीं है। स्थिति यह है कि पिपलानी एनसीसी व फुटबॉल मैदान पर पीने का पानी खिलाड़ियों को घर से ही लाना पड़ता है। भेल नगर प्रशासन ने पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की है। गर्मी के कारण भेल टाउनशिप में पानी की कमी दिखने लगी है। बड़े तालाब में पानी कम होने से नगर निगम भेल नगर प्रशासन को छह की जगह तीन एमजीडी रोजाना पानी दे पा रहा है। कम पानी सप्लाई होने से भेल कारखाने व टाउनशिप के आवासों तक ही मुश्किल से पानी की आपूर्ति हो पा रही है। इससे भेल के मैदानों व पार्कों में घास सूख गई है। पिपलानी के एनसीसी व फुटबॉल मैदान पर धूल उड़ रही है। इससे खिलाड़ियों को सुबह-शाम खेलने में दिक्कत होने लगी है। फुटबॉल खिलाड़ियों ने जब भेल नगर प्रशासन से मैदानों पर पानी की व्यवस्था करने की मांग की तो अधिकारियों ने साफ कह दिया कि पानी कम मिल रहा है तो कैसे मैदानों पर पानी छिड़काव करें। घास के लिए अब मानसून का ही इंतजार कीजिए। बारिश होने पर अपने आप घास उग आएगी। उल्लेखनीय है कि गर्मी में स्कूलों के अवकाश के चलते भेल स्पोर्ट्‌स क्लब समेत भेल एनसीसी व फुटबॉल मैदान पर फुटबॉल, क्रिकेट सहित अन्य खेलों का प्रशिक्षण प्राप्त करने बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी आ रहे हैं, लेकिन मैदान पर घास नहीं होने से धूल में ही खेलना पड़ रहा है। 
    भेल नगर प्रशासन गर्मी के कारण सिर्फ टैंकरों से सड़कों के सेंट्रल वर्ज तक ही पानी डाला पा रहा है। सेंट्रल वर्ज में लगी घास व पौधों को ही बचाया जा रहा है। पानी कम होने से टैंकरों से मैदानों व पार्कों पर पानी नहीं डाला जा रहा है। इससे मैदान में लगी घास सूख गई है। हवा के चलने पर मैदानों व पार्कों पर धूल उड़ रही है। भेल कारखाना व टाउनशिप में छह एमजीडी पानी रोजाना लगता है, लेकिन बड़े तालाब में कम पानी होने से इन दिनों नगर निगम तीन एमजीडी पानी भेल टाउनशिप को दे पा रहा है। बड़े तालाब से विधानसभा रोड पर बने भेल के वाटर फिल्टर प्लांट तक तीन एमजीडी पानी पहुंचाया जा रहा है। यहां से भेल नगर प्रशासन भेल टाउनशिप में एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई कर रहा है। सूत्रों की माने तो भेल प्रबंधन ने भेल टाउनशिप में नर्मदा की पाइपलाइन बिछाने ननि को 50 लाख रुपए दिए थे। टाउनशिप में नर्मदा लाइन भी बिछी, लेकिन ननि ने नर्मदा का पानी नहीं दिया। यदि नर्मदा के पानी की सप्लाई होती तो खेल मैदानों व पार्कों से घास नहीं सूखती। साथ ही भेल टाउनशिप में पानी की कमी नहीं होती। इस बारे में भेल नगर प्रशासन अनंत टोप्पों का कहना है कि गर्मी के चलते बड़ा तालाब में पानी कम हो गया है। ननि छह की जगह तीन एमजीडी रोजाना पानी दे पा रहा है। भेल कारखाने व टाउनशिप में बड़ी मुश्किल से पानी सप्लाई कर पा रहे हैं। सड़कों की सेंट्रल वर्ज पर टैंकरों से पानी डाला जा रहा है। मैदानों पर घास बनाए रखने के लिए टैंकरों से पानी डालना संभव नहीं है। जून में बारिश होने पर भेल के खेल मैदान सहित पार्कों में हरी-भरी घास उग आएगी।

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