राजधानी में धडल्ले से छापे जा रहे थे नकली नोट! 

भोपाल । प्रदेश सरकार की नाक के नीचे धडल्ले से बदमाशों द्वारा नकली नोट छाप कर उन्हें बाजार में खपाए जा रहे थे, लेकिन यहां किसी को भी कानोकान खबर तक नहीं लगी। यह खुलासा गत दिनों सागर और इंदौर पुलिस द्वारा पकडे गए गिरोह के सदस्यों से हुआ। पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दो आरोपितों ने कबूल किया है कि उन्होंने भोपाल के बैरागढ़ और अशोकागार्डन इलाके में नकली नोट छापे थे। इसके बावजूद भोपाल पुलिस ने ऐसे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कोई कदम भी नहीं उठाया है। हालांकि पुलिस अधिकारी नकली नोटों के मामले में बड़े खुलासा का दावा कर रही है। जानकारी के अनुसार इस माह की शुरुआत में बैरागढ़ के दो व्यापारियों को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह बैरागढ़ से नकली नोट छापकर इंदौर के बाजारों में चला रहे थे। पचास और सौ के दस हजार के नकली नोट जब्त किए गए थे। इसके बाद इंदौर पुलिस ने भोपाल में कार्रवाई की और उनका पूरा सेटअप साथ लेकर रवाना हो गई। इसी तरह से सागर पुलिस ने अशोकागार्डन में रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया। वह सागर में नकली नोट चला रहे थे।इंदौर और सागर में नकली नोटों की खेप पकड़ने के बाद भोपाल पुलिस खामोश है। पुलिस ने इस नकली नोटों के रैकेट को तोड़ने के लिए उन स्थानों का दौरा तक नहीं किया जहां नकली नोट छापे जा रहे थे। 
    यह हाल तब है जबकि इसके लिए क्राइम ब्रांच का पूरा सेटअप है। हर थाने की क्राइम स्क्वॉड काम कर रहीं हैं। बावजूद इसके नकली नोटों को छापने वालों की जानकारी नहीं मिल पा रही है। बता दें कि तीन साल पहले क्राइम ब्रांच के पूर्व एएसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने शहर में नकली नोट की खेप की सप्लाई करने वाले 20 सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार किया था। गिरोह से दस लाख के नकली नोट बरामद किए गए थे। पूर्व एसपी अरविंद सक्सेना ने भी नकली नोट छापने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया। जिसमें पश्चिम बंगाल से नकली नोट आते थे। तब प्रिटिंग प्रेस से नकली नोट छापने वालों को भी गिरफ्तार किया गया था। बीते एक साल में नकली नोट छापने का बड़ा खुलासा नहीं हो पाया है। हालांकि ऐशबाग में पचास के नोट स्कैनर से छापने वालों को पकड़ा गया था। एसबीआई ने भी एक करोड़ के नकली नोट जमा होने की रिपोर्ट एमपी नगर थाने में कराई थी। लेकिन अब आलम यह है दूसरे शहरों में नकली नोट पकड़े जाते हैं तब पता चलता है कि वे वे नोट भोपाल में छपे थे। इस बारे में भोपाल डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि भोपाल में नकली नोट छापने वाले कुछ अन्य जिलों में पकड़े गए हैं। उनकी जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच और थाना स्तर पर अलर्ट कर जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही इस दिशा बड़ा खुलासा करेंगे।

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