राजा भोज एयरपोर्ट रैंक सुधारने में नाकामयाब 

 भोपाल । राजधानी स्थित राजा भोज एयरपोर्ट अपनी रैंक सुधार में नाकामयाब रहा है। सुरक्षा जांच में लगने वाले अधिक समय पर यात्रियों ने नाराजगी है। वड़ोदरा, उदयपुर, खजुराहो और तिरूपति जैसे एयरपोर्ट भोपाल से आगे निकल गए हैं। अंक बढ़ने के बावजूद हमारे एयरपोर्ट की रैंक नहीं बढ़ सकी है। इस सर्वे में इंदौर शामिल नहीं है। देश के 48 घरेलू हवाई अड्डों पर हुए ताजा कस्टमर सेटिस्फेक्शन सर्व में हमारे एयरपोर्ट को 17 वां नंबर मिला है। पिछले सर्वे में भी भोपाल ने यही रैंक दर्ज की गई थी। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट काउंसिल द्वारा निर्धारित सर्विस क्वालिटी मापदंडों को ध्यान में रखकर एयरपोर्ट अथारिटी साल में दो बार देश भर के एयरपोर्ट्‌स का सर्वे कराती है। अथारिटी की ओर से जुलाई-दिसंबर 2019 तक कराए सर्वे में भोपाल को 5 4.56 अंक मिले हैं। जनवरी से जून 2019 के बीच हुए पिछले सर्वे में 4.52 अंक मिले थे लेकिन रैंक तब भी 17 वीं ही थी। ताजा सर्वे में यात्रियों ने नई पार्किंग व्यवस्था का स्वागत किया है। पार्किंग एवं ग्राऊंड ट्रांसपोर्टेशन जैसे पैरामीटर पर भोपाल को बढ़त मिली है। यानि नई सुविधा से यात्री खुश हैं। रेस्त्रां एवं खाद्य़ सुविधाओं जैसे पैरामीटर पर भी बढ़त मिली है। बैगेज ट्रालियों की उपलब्धता, फ्लाइट इंफार्मेशन स्क्रीन एवं चैक इन स्टाफ का रवैया जैसे बिंदुओं पर भी यात्रियों ने भोपाल को अच्छे नंबर दिए हैं। ताजा सर्वे में यात्रियों ने चेक इन स्टाफ की दक्षता पर कोई सवाल नहीं उठाया। पिछले सर्वे के मुकाबले इस पैरामीटर पर यात्रियों ने 4.44 के बजाय 4.47 अंक दिए हैं यानि यात्री मानते हैं के स्टाफ ट्रेंड है पर सुरक्षा जांच में अधिक समय लगने से यात्रियों की नाराजगी सामने आई है। इस पैरामीटर पर पिछले सर्वे में 5 में से 4.57 अंक थे। इस बार 4.39 अंक ही मिले हैं। इन पैरामीटर्स पर कम अंक होने के कारण ही ओवरआल रैंक 17 ही रही है। भोपाल से दुबई, सिंगापुर, हांगकांग आदि शहरों के लिए वाया दिल्ली, मुंबई एवं हैदराबाद तक आसानी से कनेक्टिंग उड़ानें मिलने लगी हैं। इस पैरामीटर पर भोपाल को पिछले सर्वे से अधिक अंक मिले हैं। आसान कनेक्टिविटी पर 5 में से 4.57 अंक मिले हैं। इस संबंध में एयरपोर्ट डायरेक्टर अनिल विक्रम का कहना है कि जिस समय कस्टमर सेटिस्फेकशन सर्वे हुआ था उस समय भोपाल से सर्वाधिक उड़ानें थीं। सुरक्षा जांच के समय लंबी कतारें लग जाती थीं। समय अधिक लगता था इस कारण इस पैरामीटर पर कम अंक मिले हैं। अब सुधार हो गया है। भविष्य में हमारी रैंक बढ़ने की उम्मीद है।

Leave a Reply