रायसेन में ट्रेन के सामने कूदने से पहले सफाई कर्मचारी से महिला बोली जहां भगवान ले जाएगा वहां चली जाउंगी,

सलामतपुर के रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह 9 बजे एक अज्ञात महिला ने अपनी दो मासूम बच्चियों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। महिला का शव तीन घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा। इस दौरान कई ट्रेनें इन शव के ऊपर से गुजर गईं।

गुरुवार सुबह जब रेलवे का सफाई कर्मचारी राजू लोहट फ्लेटफॉर्म पर सफाई कर रहा था, तब यह महिला स्टेशन पर बैठी हुई थी। तब इस महिला ने सफाई कर्मचारी राजू से पूछा था कि कोई ट्रेन नहीं आएगी क्या? तो सफाई कर्मचारी राजू ने कहा कि यहां कोई ट्रेन नहीं रुकेगी। फिर उसने महिला से पूछा कि तुम्हे कहां जाना है। महिला बोली कि जहां भगवान ले जाएगा, वहां चली जाउंगी।

रेलवे कर्मचारियों के अनुसार महिला एक बच्ची को गोद में और एक का हाथ पकड़कर ट्रेन के सामने पहुंच गई थी। हम लोगों ने चिल्लाकर उसे रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन उसने हमारी बात को अनसुना कर दिया और वह ट्रेन के सामने कूद गई, जिससे महिला और उसके दोनों बच्चों की ट्रेन से कटने से मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार मृतक महिला की उम्र 35 वर्ष के करीब है, जबकि उसकी दो बच्चियां जिनकी उम्र 5 वर्ष और ढाई वर्ष रही होगी। काफी खोजबीन करने के बाद भी महिला व बच्चियों की शिनाख्त नहीं हो पा रही है। जीआरपी भोपाल के सब इंस्पेक्टर आरएन रावत ने बताया कि एक अज्ञात महिला 2 बच्चियों के साथ सलामतपुर स्टेशन के सामने डाउन ट्रैक पर आंध्रप्रदेश से निजामुद्दीन दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन 02781 से टकराई थी, जिससे उनकी मौत हुई है। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया है।

सलामतपुर थाना प्रभारी देवेंद्र पाल ने बताया कि जैसे ही महिला और उसके दो बच्चियों के ट्रेन से कटने की सूचना प्राप्त हुई तो थाने से पुलिसकर्मियों को मौके पर भेज दिया था। क्योंकि मामला रेलवे पुलिस का था, उनके आने तक पुलिस शवों की सुरक्षा में वहां पर खड़ी रही।

Leave a Reply