रेलवे ने अब कारों का ‎निर्यात शुरू ‎किया 

नई दिल्ली । ऑटोमोबाइल कंप‎नियों को बूस्ट देते हुए रेलवे ने अब कारों का ‎निर्यात करना भी शुरू कर दिया है। रेलवे के जरिए भारत से नेपाल को कारें ‎निर्यात की जा रही हैं। रेलवे ने इसे लेकर एक ट्वीट किया है और कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिसमें कारें रेलवे कंटेनर में चढ़ाई जाती दिख रही हैं। ट्वीट में रेलवे ने लिखा है कि भारतीय रेलवे ने तमिलनाडु के वालाजाबाद से लेकर यूपी के नौतनवा तक से 125 कारों लोड की हैं, जिनका नेपाल तक ट्रांसोपोर्टेशन किया जाएगा। हुंडई के अनुसार रेलवे के जरिए कारों का ‎निर्यात करने से एक तो समय कम लगेगा, दूसरा ये तरीका ईको फ्रेंडली है, क्योंकि इससे प्रदूषण नहीं होगा। दरअसल, सड़क के जरिए ट्रकों से कार भेजनी पड़तीं, जिसके चलते प्रदूषण होता, लेकिन रेलवे की अधिकतर ट्रेनें बिजली से चलती हैं, जिससे प्रदूषण नहीं होता है। हुंडई का दावा है कि रेलवे से कारें ‎‎निर्यात करने पर करीब 20,260 टन कार्बन फूटप्रिंट कम होगा।
गौरतलब है‎ ‎कि हुंडई मौजूदा समय में घरेलू बाजार में लगभग 14 प्रतिशत कारों को रेलवे के जरिए ही ट्रांसपोर्ट करती है। वहीं पानी जहाज के जरिए भी कारों को बाहर भेजा जाता है। भारत से सबसे अधिक कारें हुंडई ही ‎निर्यात करती है। हुंडई की कारें भारत के करीब 88 देशों में निर्यात की जाती हैं। हुंडई ने कुछ महीने पहले ही नई आई20 लॉन्च की है, जिसका ‎‎निर्यात किया जा रहा है। कंपनी ने पहले बैच में 180 कारों को दक्षिण अफ्रीका, चिली और पेरू के लिए भेज दिया है। हुंडई 2007 से ही भारत से कारों का निर्यात कर रही है। मौजूदा समय में हुंडई सैंट्रो, ग्रैंड आई10, ग्रैंड आई10 निओस, एक्सेंट, औरा, न्यू आई20, आई20 एक्टिव, वरना, वेन्यू और क्रेटा जैसे मॉडल निर्यात करती है।

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