लोकसभा चुनाव 2019 : लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षक से लेकर छात्र भी चुनाव मैदान में
लोकसभा चुनाव लखनऊ विश्वविद्यालय के लिए भी काफी खास हैं। विश्वविद्यालय की नई पौध चुनाव दंगल में उतर चुकी है। कुछ दावेदार बनकर राजनीति के पुराने खिलाड़ियों को चुनौती दे रहे हैं । भाजपा, सपा, कांग्रेस जैसे बड़ी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के चुनावी प्रचार प्रसार की बागडोर भी संभाल रहे हैं। शिक्षक भी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में हैं।
लखनऊ विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े कई नाम चुनावी समर में अहम भूमिका निभा रहे हैं। एबीवीपी के राज्य विश्वविद्यालय प्रमुख अवध प्रांत विवेक सिंह मोनू अयोध्या लोकसभा संयोजक बनाए गए हैं। इसी तरह, उज्ज्वल त्रिपाठी लखनऊ कैंट, राजाराम कुशवाह व नितीश सिंह लखनऊ उत्तर, प्रणव कान्त लखनऊ पश्चिम, राहुल जौहरी पूर्वी , राजशेखर धौरहरा, सौरभ मिश्र खीरी, गुरजीत सिंह हरदोई और लविवि के छात्र रहे सिद्धार्थ शंकर दुबे रायबरेली लोकसभा संयोजक व सह संयोजक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
सपा में छाई यूथ ब्रिगेड : छात्र-छात्राओं को समाजवादी पार्टी ने हाथों हाथ लिया है। छात्रनेता पूजा शुक्ला को लखनऊ मध्य का प्रभारी बनाया गया है। महागठबंधन की लखनऊ प्रत्याशी पूनम सिन्हा के प्रचार प्रसार में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। इसी तरह, छात्रनेता अंकित सिंह बाबू और उनकी टीम महेन्द्र यादव, सतीश शर्मा समर, मधुर्य सिंह मधुर समेत अन्य इस समय घोसी, आजमगढ़ के साथ लखनऊ में सपा प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार में लगे हैं। अनिल यादव को उन्नाव, राकेश बदायूं में धर्मेन्द्र यादव के प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस में भी है एलयू का दबदबा
एनएसयूआई और कांग्रेस में भी लविवि के छात्रों की दखल कम नहीं है। वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय से शोध कर रहे लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र सुधांशू बाजपेयी कांग्रेस के प्रचार प्रसार में लगे हैं। एनएसयूआई प्रदेश सचिव गौरव त्रिपाठी, रवि मिश्र, उमैद रजा, अमरेन्द्र त्रिपाठी से लेरकर नैना सिंह तक चुनावी समर में प्रत्याशियों के लिए वोट बटोरने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
विधि के प्रो. डीएनएनएस यादव चुनावी मैदान में
लॉ फैकल्टी के सदस्य प्रो. डीएनएनएस यादव भी चुनावी मैदान में उतर आए हैं। वह पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) की ओर से लखनऊ लोकसभा सीट के प्रत्याशी हैं।
प्रदेश की राजनीति में यहां के छात्रों की दखल हमेशा रही है और आगे भी बनी रहेगी।
– डॉ. नीरज जैन, शिक्षक नेता, लविवि