लोन रिकवरी के लिए बेची जाएंगी HDIL की ये 40 संपत्तियां

मुंबई,पीएमसी बैंक घोटाले में एक अहम घटनाक्रम सामने आया है. एचडीआईएल (HDIL) अपने 40 संपत्तियों को बेचकर पीएमसी बैंक का कर्ज चुकाएगा. इन संपत्तियों की कीमत पता करने के लिए  HDIL ने अंतरराष्ट्रीय एजेंसी को नियुक्त किया है. ये एजेंसी मार्केट में  इन संपत्तियों की कीमत का आकलन करेगी, इसके बाद HDIL इन्हें बेचकर पीएमसी में अपने कर्जे को चुकाएगी.
रिपोर्ट के मुताबिक HDIL ने नाइट फ्रैंक (Knight Frank) नाम की कंपनी को हायर किया है. ये कंपनी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कंपनी है और इसका काम बड़ी जायदाद का सही कीमत पता लगाना है. ये 40 संपत्तियां इस वक्त पीएमसी बैंक के पास बतौर सिक्युरिटी के रूप में है. पीएमसी बैंक से कर्ज लेने के बदले में एचडीआईएल ने इन 40 संपत्तियों को पीएमसी बैंक के पास सिक्युरिटी के रूप में रखा था.
7 से 10 दिनों में मूल्यांकन रिपोर्ट
नाइट फ्रैंक अगले 7 से 10 दिनों में अपनी वैल्युएशन रिपोर्ट HDIL को सौंपेगी. इसके बाद एचडीआईएल पीएमसी बैंक को सूचना देगी कि वो इन संपत्तियों को बेचकर अपना लोन चुकाना चाहती है. बता दें कि एचडीआईएल के प्रमोटर्स राकेश और सारंग वाधवान इस वक्त प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में है. इनकी गैर मौजूदगी में कंपनी के दूसरे पदाधिकारियों ने संपत्तियों का मूल्यांकन कराने का फैसला किया है. एचडीआईएल के प्रमोटर्स राकेश और सारंग वाधवान के केस की पैरवी वरिष्ठ वकील अमित देसाई कर रहे हैं. वकील अमित देसाई ने  राकेश और सारंग वाधवान को प्रवर्तन निदेशालय के हिरासत में भेजे जाने का विरोध किया था, लेकिन अदालत ने अमित देसाई की दलील को स्वीकार नहीं किया और उन्हें ED की हिरासत में भेज दिया.
कर्ज चुकाने के लिए HDIL के पास पर्याप्त संपत्ति
सूत्र बताते हैं कि पीएमसी बैंक के पास HDIL का मूल बकाया 2200 करोड़ रुपया है, लेकिन सूद समेत ये आंकड़ा 4500 करोड़ रुपये हो जाता है. सूत्र ने यह भी बताया कि अगर HDIL की ये 40 संपत्तियां बेच दी जाए तो कर्ज चुकाने के लिए पर्याप्त पैसा इकट्ठा हो जाएगा.
एचडीआईएल की ये 40 संपत्तियां वसई, ठामे, नवी मुंबई में मौजूद है. इन संपत्तियों के एवज में एचडीआईएल ने साल 2010 से 2018 के बीच में पीएमसी बैंक से कर्ज लिया था. HDIL से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि इस वक्त सिर्फ 18 संपत्तियों की कीमत लगभग 3000 करोड़ रुपये है, जबकि 22 दूसरी जायदाद की कीमत लगभग 4000 करोड़ रुपये है, हालांकि इनकी वास्तविक कीमत का पता मूल्यांकन के बाद ही पता चल पाएगा.
एचडीआईल का ये भी दावा कि कंपनी के चेयरमैन सारंग वाधवान ने अपनी गिरफ्तारी से पहले ही पीएमसी बैंक को बता दिया था कि उनका ग्रुप संपत्ति बेचकर कर्ज चुकाने को तैयार है. बता दें कि पीएमसी खाताधारकों की लगातार मौत की खबरों से सरकार, पीएमसी बैंक और एचडीआईएल पर दबाव बढ़ रहा है. पीएमसी बैंक पर ग्राहकों का जमा रकम चुकाने का दबाव है.
 

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