वर्तमान में गंभीर समस्या, नपुंसकता एक बड़ी समस्या

स्त्रियों और  पुरुषों में यह समस्या उनके हार्मोन्स के कम हो जाने के कारण भी होती है । बहुत सारे  ऐसे भी होते हैं जो  देखने  में बिल्कुल सुडोल दिखेंगे परन्तु वह नपुंसक हो सकते हैं । पुरुषों के अंदर कुछ ऐसी बाते हो सकती हैं जिनसे पता लगाया जा सकता कि क्या वह नपुंसक है  जैसे जो पुरुष  सेक्स क्रिया के दौरान अच्छे तरीके से सेक्स संबंध नहीं बना पाता  या फिर बहुत जल्दी वह रस्खलित हो जाता है ।
इसके अलावा वर्तमान में २५ से ३० वर्ष के मध्य युवा और युवतिओं में  इस रोग बहुत अधिक हैं .कारण हस्तमैथुन लड़की और लड़के दोनों ब्लू फिल्म देखने के करते हैं दूसरा देर से शादी होने से ,रात्रिकालीन वीर्य स्खलन होने के कारण ,दिन रात का वासना में  डुबे रहने से , मानसिक तनाव और शारीरिक कमजोरी के कारण इस रोग से पीड़ित हो रहे हैं .
संकल्पप्रवानो नित्यं प्रियां वश्यामपि स्त्रियं.
ना याति लिंगशैथिल्यात कदचिह्यति व यदि .श्वासहारतः स्वीचशगात्राश्च मोह्संकापलापचेष्टाः
ग्लैशिश्नाचश निर्बीजेःस्यादेतत क्लेबिलक्षणं .सामान्यलक्षणे ह्रॉटद्धिस्त्रेण प्रवक्ष्यते (चरक चिकित्सा स्थान १५५,१५६,१५७ /३० )
यह श्लोक आयुर्वेद के ग्रन्थ चरक संहिता से लिया गया है इसके रचियता आचार्य चरक जी हैं उन्होंने इस श्लोक में नपुंसकता के कुछ लक्षण बताए हैं वह कहते हैं  कि जब कोई व्यक्ति स्त्रीसम्भोग की लालसा की वासना में हमेशा लिप्त रहता है और उसको कोई वश में करने वाली या आदेश का पालन करने वाली ललना भी उपलब्ध हो जाती है फिर भी वह अपने लिंग के उत्तेजित ना होने के कारण समर्थ नही होता ,फिर भी वह कामुकतावश वह सम्भोग को देखता है तब उसका दम फूला ,पसीने छूटना ,लिंग शिथिल हो जाना और वह वीर्य रहित हो जाता है ये सभी नपुंसकता के सामान्य से लक्षण हैं  ।
महिलाओं में ही नहीं पुरुषों में भी होती है बांझपन की दिक्कत  हैं
खानपान की गलत आदतें, गलत लाइफस्टाइल और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से पुरुषों में भी इन्फर्टिलिटी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं उन संकेतों के बारे में जिनसे आप जान सकते हैं कि कहीं आप तो नहीं हो रहे इन्फर्टिलिटी का शिकार।
आपने 1-2 महीने तक कोशिश की लेकिन आप प्रेग्नेंट नहीं हो पायीं तो इसका मतलब ये नहीं कि आप इन्फर्टिलिटी का शिकार हैं या आप मां नहीं बन सकतीं। डॉक्टर्स और गाइनैकॉलजिस्ट्स की मानें तो करीब 1 साल तक अनप्रोटेक्टेड सेक्स करने के बाद भी अगर आप प्रेग्नेंट नहीं हो पाती हैं तो इस परिस्थिति को इन्फर्टिलिटी की कैटिगरी में रखा जा सकता है और फिर आपका परेशान होना वाजिब भी है।
संकेतों से जानें कहीं आप भी तो नहीं इन्फर्टिलिटी के शिकार
हमारे देश में जब बात इन्फर्टिलिटी या बांझपन की आती है तो ज्यादातर मौकों पर यही समझा जाता है कि दिक्कत महिला में ही होगी, इसीलिए वह बच्चा पैदा नहीं कर पा रही है। लेकिन यह सोच और मानसिकता पूरी तरह से गलत है। भागती-दौड़ती जिंदगी, खानपान की गलत आदतें, गलत लाइफस्टाइल और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से पुरुषों में भी इन्फर्टिलिटी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर समय रहते इन्फर्टिलिटी का पता चल जाए तो सही इलाज के जरिए प्रेग्नेंसी के चांसेज को बढ़ाया जा सकता है।
महिलाओं में बांझपन के लक्षण
1. अनियमित पीरियड्स
पीरियड्स साइकल हर किसी का अलग-अलग होता है लेकिन आमतौर पर औसतन एक फीमेल का पीरियड्स साइकल 28 दिनों का होता है। लेकिन अगर आपका साइकल हर महीने अलग-अलग है यानी कभी 35 दिन का तो कभी 25 दिन का या फिर किसी महीने पीरियड्स आए ही नहीं…तो इस स्थिति को अनियमित पीरियड्स कह सकते हैं। ऐसा आमतौर पर हॉर्मोन्स से जुड़ी दिक्कत जैसे पीसीओडी या फिर किसी और बीमारी की वजह से हो सकता है और ये इन्फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
2. सेक्स के दौरान बहुत दर्द होना
अगर किसी महिला को सेक्स के दौरान हद से ज्यादा दर्द होता है तो यह सेहत से जुड़ी किसी समस्या का संकेत हो सकता है जो कहीं ना कहीं महिला की फर्टिलिटी को भी प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए अगर किसी फीमेल को फाइब्रॉयड्स की दिक्कत है, वजाइनल इंफेक्शन या फिर एन्डोमेट्रिऑसिस की बीमारी है तो उसे सेक्स के दौरान ज्यादा दर्द होगा और इन्फर्टिलिटी का रिस्क भी बढ़ जाएगा।
3. हेवी पीरियड्स जिसमें दर्द ज्यादा हो
पीरियड्स के दौरान थोड़ा बहुत दर्द और क्रैम्प्स होना सामान्य सी बात है लेकिन अगर आपको पीरियड्स के दौरान हद से ज्यादा दर्द हो, क्रैम्प्स हों या फिर आपको नॉर्मल से बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही हो तो ये भी एन्डोमेट्रियॉसिस बीमारी का संकेत हो सकता है जो महिलाओं की फर्टिलिटी को प्रभावित करता है।
4. मेन्स्ट्रुअल ब्लड का कलर बहुत डार्क या लाइट
अगर मेन्स्ट्रुएशन के दौरान आपके ब्लड का कलर नॉर्मल दिनों के मुकाबले ज्यादा डार्क या हल्के रंग का नजर आए तो ये भी आपके लिए चिंता की बात हो सकती है। अगर इस समस्या के साथ-साथ आपको शरीर में कुछ दूसरे लक्षण भी नजर आ रहे हों तो आप डॉक्टर से संपर्क कर अपनी फर्टिलिटी की जांच करवा सकती हैं।
5. हॉर्मोन्स में होने वाला बदलाव
आपके शरीर में अगर हॉर्मोन्स का बैलेंस बिगड़ भी जाएगा तो आपको तब तक इस बात का पता नहीं चलेगा जब तक आप इसका टेस्ट न करवाएं। लेकिन कुछ बातें और संकेत हैं जिसके जरिए आप जान सकती हैं कि शरीर में हॉर्मोन्स का बैलेंस सही है या नहीं। जैसे- अगर अचानक वजन बढ़ने लगे, बहुत ज्यादा पिंपल्स या मुंहासों की दिक्कत होने लगे, हाथ-पैर ठंडे रहने लगें, सेक्स ड्राइव कम हो जाए, चेहरे पर अनचाहे बाल उगने लगें, बाल गिरने लगें और बेहद पतले होने लगें तो ये सब हॉर्मोन्स में चेंज का संकेत है जिसका संबंध इन्फर्टिलिटी से भी हो सकता है।
पुरुषों में इन्फर्टिलिटी के संकेत—–
1. सेक्स ड्राइव में कमी
पुरुषों की फर्टिलिटी भी उनके हॉर्मोनल हेल्थ से जुड़ी होती है। दरअसल, पुरुषों की संतान उत्पन्न करने की शक्ति भी उनके हॉर्मोन्स पर निर्भर करती है और अगर इसमें किसी तरह का बदलाव होता है तो यह इन्फर्टिलिटी का संकेत हो सकता है। ऐसे में अगर पुरुषों में सेक्स ड्राइव कम हो जाए तो ये भी इन्फर्टिलिटी का एक लक्षण हो सकता है।
2. टेस्टिकल्स में दर्द या सूजन
हेल्दी टेस्टिकल्स मेल फर्टिलिटी का अहम हिस्सा है। ऐसे में अगर टेस्टिकल्स में किसी भी तरह का दर्द या सूजन महसूस हो या फिर अगर टेस्टिकल्स बेहद टेंडर हो गए हों तो ये भी किसी तरह की बीमारी या इंफेक्शन का संकेत हो सकता है जिससे स्पर्म की क्वॉलिटी और पुरुषों की फर्टिलिटी दोनों प्रभावित होती है।
3. इरेक्शन बनाए रखने में दिक्कत
कितनी देर तक इरेक्शन बना रहेगा इसका सीधा संबंध भी पुरुषों के शरीर में मौजूद हॉर्मोन्स के लेवल से है। हॉर्मोन्स के लेवल में आयी गिरावट की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है जिससे इरेक्शन देर तक मेनटेन नहीं रह पाता और प्रेग्नेंट होने और गर्भधारण करने में भी दिक्कत आती है।
4. इजैक्युलेशन से जुड़ी समस्या
अगर इजैक्युलेशन में दिक्कत आ रही है या फिर इजैक्युलेटेड स्पर्मैटिक फ्लूइड के वॉल्यूम में गिरावट नजर आ रही है तो ये भी किसी समस्या का संकेत हो सकता है जिसका सीधा संबंध पुरुषों की फर्टिलिटी से जुड़ा है
इन तेलों के इस्तेमाल से सेक्स  ड्राइव  में कमी की समस्या होगी दूर ताकि इंटिमेट लाइफ पर ना पड़े बुरा असर
कई बार आपने महसूस किया होगा कि आपकी सेक्स ड्राइव यानी कामेच्छा यानी लिबिडो में कमी की वजह से पार्टनर संग आपकी इंटिमेट लाइफ पर बुरा असर पड़ने लगता है। सेक्स करने की इच्छा में कमी की कई वजहें हो सकती हैं। फिर चाहे वह हर दिन की थकान हो, ऑफिस या घर का स्ट्रेस, लंबे वक्त तक चलने वाली कोई बीमारी, किसी तरह की चोट, हॉर्मोनल इम्बैलेंस या फिर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या। सेक्स ड्राइव में कमी की समस्या को हल्के में लेने की भूल न करें।
कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं जो नपुंसक ना होते हुए भी उनके दिल और दिमाग में एक अजीब सा डर बना रहता है और उसी डर के कारण वो उत्तेजित होने में विफल हो जाते हैं आगे चलकर उनके मन का यही वहम और डर उनको नपुंसक बना देता है ।
1. सेक्स के दौरान गलत क्रिया करना
जो व्यक्ति अपने साथी के साथ सेक्स क्रिया के दौरान संबंध नहीं बना पाता या फिर बहुत ही जल्दी उसका वीर्य पतन हो जाता है उस पुरुष के अंदर कमी हो सकती है वह नपुंसकता से ग्रसित हो सकता है ऐसे व्यक्ति को अपने ऊपर ध्यान देना चाहिए ।
2. लिंग कठोरता की कमी
एक अध्ययन  से पता चला है कि जिस पुरुष के अंदर नपुंसकता होगी उसका लिंग या तो बिल्कुल ढीला होगा या सेक्स क्रिया के दौरान एकदम से ढीला पड़ जाएगा  ।सेक्स करते समय व्यक्ति का लिंग कठोर नही हो पता यही नपुंसकता का एक लक्षण भी है।इस समस्या का जल्दी से जल्दी समाधान  कर लेना चाहिए ।
3. अधिक उम्र में ज्यादा नपुंसकता
ऐसा देखा गया है कि बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति में नपुंसकता होने की आशंका ज़्यादा होती है । ऐसा इसलिए भी होता है क्योकि इस उम्र में आने के के बाद व्यक्ति का अपने साथी के साथ संबंध बनाने का मन नही  करता और वह बहुत ज्यादा भयभीत रहता है ।
4. विश्वास की कमी होना
कुछ लोगों को अपने साथी के साथ सेक्स क्रिया के दौरान मन में एक डर बना रहता है ऐसा इसलिए होता है क्योकि उस व्यक्ति के अंदर विश्वास की कमी होती है वह बहुत ज्यादा डरा डरा रहता है ।
5. जल्दी  रस्खलित हो जाना
ऐसा इसलिए होता है क्योकि जब व्यक्ति अपने साथी के साथ सेक्स प्रक्रिया करता है उस समय सही तरीके से संबंध ना बना पाने के कारण उसका वीर्य जल्दी पतन हो जाता है इसलिए भी पुरुष नपुंसक हो जाते हैं ।इसलिए हमे सही खान पान और अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए ।
         6. पुरुष लिंग का आकार  छोटा हो जाना
         जिन लोगों में  नपुंसकता होती है उसका एक कारण ये भी कि व्यक्ति का लिंग उसके सही आकार से बहुत छोटा हो जाता है और जब वह अपने साथी के साथ संबंध बनाने के के लिए जाता है तो सेक्स की प्रक्रिया में असफल हो जाता है । पुरुष अपनी महिला साथी को सन्तुष्ट नहीं कर पता और फिर वह चिंता और तनाव में रहने लग जाता है इससे उसकी समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है ।
             7. फास्ट फूड का आपके शरीर के पोषक तत्व कम  करना
            अगर आज के समाज में देखा जाए तो  आज के लोग फास्ट फूड पर बहुत ज्यादा निर्भर हो गए हैं  । उन लोगों को इस बात का बिल्कुल भी पता नही है कि यह खाना उनके शरीर को कितना नुकसान पहुँचा रहा है । फास्ट फूड आपके शरीर के अंदर सभी पोषक तत्वों को खत्म कर देता है और आपके स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर डालता है । यह खाना आपकी पाचन शक्ति से लेकर आपके लीवर तक सभी को खराब कर रहा है । इसलिए जितना ज्यादा हो सके फास्ट फूड को खाने से बचें ताकि आपका स्वास्थ्य अच्छा रहे और आप हर प्रकार की बीमारी से अपने आप को सुरक्षित रख सकें ।
          8. रोगों से लड़ने कि शक्ति का खत्म हो जाना
       अगर कोई नपुंसक व्यक्ति होता है तो उसकी रोगों से लड़ने की जो शक्ति है वह खत्म  हो जाती है ।  ऐसा इसलिए होता है क्योकि जब वह अपने साथ के साथ सेक्स सम्बन्ध बनाने जाता है उस समय सही तरीके से सेक्स क्रिया ना करने के कारण और अपने साथी को सन्तुष्ट ना कर पाने के कारण वह तनाव में रहने लग जाता है । बहुत ज्यादा तनाव और चिंता के कारण वह बीमार रहने लग जाता है ।
         9. भीड़ देख कर भयभीत होना
       नपुंसक व्यक्ति में अक्सर ऐसा देखा गया है की वह ज्यादा भीड़ वाली जगह से अपने आप को दूर रखते हैं ऐसा इसलिए होता है क्योकि उनके अंदर  एक अजीब प्रकार का भय बैठ जाता है और ऐसा उनकी इस बीमारी के कारण से होता है । अगर ऐसा कोई व्यक्ति होगा तो वह महिला से बात करने में बहुत ज्यादा घबराहट महसूस करता है ।
         10. थका थका सा रहना
        नपुंसक व्यक्तियों में ऐसा देखा गया है कि वो हमेशा थका थका महसूस करते हैं उनका कुछ भी काम करने का मन नही करता और अकेला सा रहना पसंद करते हैं ऐसा नपुंसकता के कारण ही होता है ।
बचाव —
       1. अपनी दिनचर्या में व्यायाम को दें स्थान
       अगर आप स्वस्थ और बीमारियों से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो आपको अपनी दिनचर्या में व्यायाम और योग को एक जरूरी स्थान  देना चाहिए । ऐसा करना आपकी सेहत के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है।
        2. भोजन में हरी सब्जियां लें
       जब भी आप भोजन करें तो उसमे हरी सब्जियां और सलाद का सेवन आपके लिए बहुत ज्याद  फायदेमंद हो सकता है ।
         3. चूना है नपुंसकता की आयुर्वेदिक दवा
          अगर किसी व्यक्ति का वीर्य पतला है उसके लिए यह रामबाण दवाई है । इसके सेवन के लिए आप इसको गेंहू के दाने जितना चूना लेकर उसको लस्सी,पानी,या गन्ने  के रस में अच्छे से मिलाकर पिया जा सकता ऐसा करने से आपका वीर्य बहुत जल्दी अच्छा हो जाएगा और आपकी नपुंसकता भी धीरे धीरे खत्म हो जाएगी । जिस भी महिला को अंडे बनने में समस्या आती है उनके लिए तो चूने का इस्तेमाल बहुत अच्छी जड़ी बूटी है ।
          नैचरल कामोत्तेजक हैं ये तेल
        हम आपको बता रहें कुछ ऐसे ही इसेंशल ऑइल यानी तेलों के बारे में जिसके जरिए आप अपनी खोई हुई एनर्जी, सेक्स करने की इच्छा और उत्तेजना हासिल करने में हो रही दिक्कत जैसी समस्याओं को आसानी से दूर कर पाएंगे। ये कुछ ऐसे तेल हैं जो नैचरल कामोत्तेजक का काम करते हैं और शऱीर में रक्त संचार को बेहतर बनाकर सेक्शुअल ड्राइव को भी बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
        सेक्स लाइफ को बनाएं स्पाइसी
        अगर आप अपनी सेक्स लाइफ को और स्पाइसी बनाना चाहते हैं, लिबिडो यानी कामेच्छा को बेहतर बनाना चाहते हैं तो बेडरूम में इन इसेंशल ऑइल्स को जगह दें। आप इन्हें स्प्रे के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं, रूम में डीफ्यूसिंग ऑइल की तरह यूज कर सकते हैं या फिर अपनी कलाई पर लगा सकते हैं। ये ऐसे ऑइल्स हैं जो रूम का वातावरण बेहतर बनाएंगे ताकि आपकी सेक्स करने की इच्छा बेहतर बन सके। ये मसाज ऑइल्स नहीं हैं।
         पचौली का तेल  (पोगोस्तेयं काबलिन )
         यह एक पारंपरिक जड़ी बूटी के पौधे से बना तेल है जो आपके सेक्शुअल डिजायर को बेहतर बनाकर आपकी मर्दाना ताकत को स्ट्रॉन्ग बनाने का काम करता है। यह आपके बेडरूम के माहौल को बेहद सूदिंग बनाता है ताकि आप इंटिमेट पलों को इंजॉय कर पाएं। पचौली का तेल स्ट्रेस और ऐंग्जाइटी को कम करके सेन्शुअल ऑर्गन्स को उत्तेजित करने का भी काम करता है।
जैसमिन का तेल आपके हॉर्मोनल सिस्टम को बेहतर बनाता है, शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर करने में मदद करता है और आपके इमोशन्स को बैलेंस करके आसपास के वातावरण को सेक्शुअली अट्रैक्टिव भी बनाता है। यह तेल खासतौर पर महिलाओं के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें मौजूद स्टीमुलेंट  महिलाओं के मूड और सेक्स ड्राइव दोनों को बेहतर बनाने का काम करता है।
         रोज ऑइल से बेहतर होगा मूड
       रोज यानी गुलाब का फूल सिर्फ आपके रोमांस को जाहिर करने का तरीका नहीं है बल्कि इससे निकलने वाले रोज ऑइल की खूशबू रिप्रॉडक्टिव सिस्टम तक खून के प्रवाह को बेहतर बनाती है जिससे आपका मूड भी बेहतर होता है और सेक्स के प्रति उत्तेजना जगती है जो अच्छी सेक्स लाइफ की गारंटी है।
यह लेख केवल जानकारी के लिए हैं।
 

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