विस्तारा का घाटा बढ़कर 1,814 करोड़ 

मुंबई । वित्त वर्ष 2020 में विस्तारा का  नुकसान बढ़कर 1,814 करोड़ रुपए पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2019 में 831 करोड़ रुपए था। ऊंची परिचालन लागत की वजह से एयरलाइन को दबाव का सामना करना पड़ा है। समान वर्ष में राजस्व 58 प्रतिशत बढ़कर 4,738 करोड़ रुपए पर रहा, क्योंकि एयरलाइन ने कई विमान शामिल किए और अपने नेटवर्क का विस्तार किया है, लेकिन ऊंची लागत और चौथी तिमाही में सुस्त यात्री मांग से वित्तीय परिणाम प्रभावित हुआ। यह टाटा संस-सिंगापुर एयरलाइंस के इस संयुक्त उपक्रम के लिए 2015 में परिचालन शुरू होने के बाद से एक वर्ष में सबसे बड़ा नुकसान है। राजस्व और नुकसान का आंकड़ा टाटा संस की 2019-20 की सालाना रिपोर्ट में शामिल है। दो संयुक्त उपक्रम भागीदारों ने एयरलाइन की विकास योजनाओं को समर्थन देने के लिए रकम मुहैया कराई है। सालाना रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टाटा सिंगापुर एयरलाइंस (विस्तारा) की 5,320 करोड़ रुपए की शेयर पूंजी और 4,477 करोड़ रुपए का नकारात्मक रिजर्व और सरप्लस है। पिछले साल अप्रैल में जेट एयरवेज के बंद होने से विस्तारा को मदद मिली है, क्योंकि उसने जेट द्वारा खाली किए गए एयरपोर्ट स्लॉट और प्रीमियम श्रेणी के यातयात तक पहुंच हासिल की है। उसने जेट एयरवेज द्वारा उड़ाए गए सात बोइंग 737 विमान भी अपने बेड़े में शामिल किए हैं और उसके बेड़े का कुल आकार 22 से बढ़कर मार्च के आ‎खिर तक 40 हो गया। इसके ‎विमान रूटों की संख्या भी 24 से बढ़कर 36 हुई है, जिनमें पांच विदेशी मार्ग भी शामिल हैं।

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