संयुक्त कार्रवाईः भारत,चीन और पाक ने समुद्री डाकुओं से पोत को बचाया

भारतीय, चीन और पाकिस्तान की नौसेनाओं ने अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत एक व्यापारिक पोत को बचाया। घटना शनिवार रात की है। इसकी जानकारी खुद भारतीय नौसैनिकों ने दी। उधर चीन ने इस संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता के लिए भारत को धन्यवाद कहा है।


भारतीय नेवी के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया कि तुवाला का व्यापारिक जहाज OS 35 मलेशिया के केलांग से यमन की यात्रा पर था। जब यमन बंदरगाह पर पहुंचा तो अदन की खाड़ी में समुद्री डाकुओं ने व्यापारिको पोत को हाईजैक कर लिया। इस क्षेत्र में ये हमला लंबे समय की शांति के बाद हुआ है।

अचानक व्यापारिक जहाज का सायरन (खतरे की आवाज) सुनते ही भारतीय नौसैनिक ने अपने दो पोत आईएनएस मुंबई और आईएनएस तरक्ष को उस दिशा में मोड़ दिया। ये दोनों पोत समुद्र में तैनात चार पोतों के बेड़े में शामिल हैं।

भारतीय नौसेना ने बताया कि हमने व्यापारिक पोत के कैप्टन से संपर्क किया। इस दौरान कैप्टन अपने क्रू मेंबर के साथ एक स्ट्रांग रूम में बंद कर लिया था। उन्होंने बताया कि चीन, पाकिस्तान और इटली की नौसेना भी वहां पहुंची। चीन ने अपने 18 सैनिकों को वहां भेजा। इस दौरान भारत अपने उन्हें एयर कनेक्टीविटी की मदद दी और व्यापारिक पोत से संबंध साधा।

इस दौरान चीनी नौसैनिक के युलिन निर्देशित फ्रिगेट मिसाइल को भी ऑपरेशन में लगाया गया।
नौसैनिकों के स्पष्ट संकेत के बाद व्यापारिक पोत के स्ट्रांग रूम से बाहर निकले और समुद्री लुटेरों की खोज की और उनके भागने की पुष्टि की। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कप्तान डीके शर्मा ने बताय कि संयुक्त कार्रवाई के कारण ही व्यापारिक पोत को सुरक्षा दी गई।

उन्होंने बताया कि अदन की खाड़ी में कुछ समय के लिए शांति थी, लेकिन अब समुद्री डाकू फिर से सक्रिय हो रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले मार्च के महीने में भी सोमालियाई डकैतों ने कोमोरोस के तेल लदे जहाज का अपहरण कर लिया था।

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