सीएम खट्टर से बातचीत के बाद टला जाटों का दिल्ली कूच, 5 मांगों पर बनी सहमति

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से बातचीत के बाद जाट नेताओं ने अपना दिल्ली कूच फिलहाल टाल दिया है. जाट नेताओं ने खट्टर से वादा किया है कि उनकी मांगों को पूरा करने में जितना वक़्त लगेगा उस प्रक्रिया के दौरान वे शांति बनाए रखने में पूरा सहयोग देंगे. खट्टर और जाट नेताओं के बीच ये बातचीत दिल्‍ली के हरियाणा भवन में हुई. इस मीटिंग में केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और केंद्रीय न्‍याय एवं कानून राज्‍यमंत्री पीपी चौधरी भी मौजूद थे.

खट्टर की बात माने जाट

इससे पहले आंदोलन को लेकर जाट नेताओं की हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठक हुई. सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि, जाटों ने 7 मांगे रखी थी जिनमें से 5 मांगों पर सहमति बन गई है. जाट नेता यशपाल मालिक ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आने वाले छह दिनों में वो सभी धरनों को वापस ले लेंगे और कुछ सांकेतिक धरने जारी रहेंगे.

खट्टर ने इस मीटिंग से पहले कहा था कि जाट नेताओं से गुरूवार को वरिष्‍ठ मंत्री रामबिलास शर्मा के नेतृत्‍व वाली कमेटी से बातचीत में मांगों पर सहमति हो गई थी. इसके बाद कुछ गलतफहमी के कारण जाट नेताओं से उनकी बातचीत नहीं हो पाई थी. अब सारी गलतफहमी दूर हो चुकी है और वार्ता पर सहमति बन चुकी है.

हरियाणा के फतेहाबाद में हुई हिंसा

उधर हरियाणा के फतेहाबाद में जाट आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. आंदोलनकारियों ने पुलिस की दो गाड़ियों को फूंक दिया और साथ ही एक बस को भी आग के हवाले कर दिया. आंदोलनकारियों ने मीडिया से भी मारपीट की. कई मीडियाकर्मियों के कैमरे और लैपटॉप तोड़े गए.

पुलिस के मुताबिक ये आंदोलनकारी ट्रैक्टर में बैठकर दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे लेकिन जब इन्हें रोका गया तो हंगामा शुरू हो गया. बता दें कि सीएम खट्टर भी योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में लखनऊ जाने वाले थे लेकिन स्थिति बिगड़ती देख उन्होंने वार्ता करना पहले ज़रूरी समझा और अपना तय कार्यक्रम बदल दिया.

दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

जाट आंदोलनकारियों की धमकी को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कई अहम फैसले किए हैं. आंदोलन के चलते पूरी दिल्ली में 3 स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इसके तहत कई इलाकों में आज ही धारा 144 लागू कर दी जाएगी. साथ ही दिल्ली पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की 110 कंपनियां दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर तैनात रहेंगी.

ट्रैक्टर-ट्रॉली और आंदोलन संबंधित किसी भी वाहन को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. नई दिल्ली इलाके और पूरे लुटियन जोन में भी ट्रैफिक के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं. यहां सिर्फ वही लोग अपनी गाड़ियां ले जा सकेंगे जो इन इलाकों में रहते हैं या फिर जिनके पास यहां जाने की कोई ठोस वजह हो, आपातकालीन वाहनों पर कोई पाबंदी नहीं है.

मेट्रो रूट भी रहेंगे बाधित

येलो लाइन पर गुड़गांव, ब्लू लाइन पर नोएडा, गाजियाबाद और वॉयलेट लाइन पर फरीदाबाद से मेट्रो की आवाजाही बंद रहेगी. दिल्ली के राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, लोककल्याण मार्ग, जनपथ, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, आरके आश्रम मार्ग, प्रगति मैदान, खान मार्केट और शिवाजी स्टेडियम बंद रहेंगे। हालांकि, इन स्टेशनों से दूसरे रूट पर जाने के लिए मेट्रो बदलने की सुविधा रहेगी.

दिल्ली के ये रास्ते बंद रहेंगे

कौटिल्य मार्ग पर सम्राट गोल चक्कर से नीति मार्ग और कौटिल्य टी-प्वॉइंट.

तीन मूर्ति से गोले मेथी रोड पर भी पाबंदी रहेगी.

जाकिर हुसैन रोड पर निजामुद्दीन से इंडिया गेट के रास्ते में आवाजाही नहीं होगी.

कमाल अतातुर्क से रेस कोर्स मेट्रो स्टेशन से पंचशील मार्ग, नीति मार्ग की ओर जाने वाले रास्ते भी बंद रहेंगे.

सफदरजंग रोड पर अरविंदो चौक से जेकेपी गोल चक्कर की ओर का रास्ता बंद रहेगा.

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