हरियाणवी छोरे को दिल दे बैठी NRI लड़की

मेवात।  उम्र जैसे ही बचपन का चोला छोड़कर जवानी की दहलीज पर कदम रखती है तो दुनिया की हर चीज बदलकर खूबसूरत नजर आने लगती है। चाहे वो प्यार को लेकर ही क्यूं न हो। कुछ ऐसा ही अमेरिका की लड़की के साथ हुआ। वान्या मेहता मेवात के रहने वाले छोरे अखिलेश आर्य को देखकर पहली नजर में ही दिल दे बैठी। 

फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी हैदराबाद में हुई पहली मुलाकात

इंग्लिश एवं फॉरेन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी हैदराबाद में तीन साल पहले मेवात के ऐतिहासिक शहर फिरोजपुर झिरका का छोरा अखिलेश आर्य से वान्या की पहली मुलाकात हुई। अखिलेश यहां पर इंग्लिश कल्चर स्टडीज से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे। पहली नजर ही वान्या मेहता अखिलेश को दिल दे बैठी। 

वैदिक रीति-रिवाज से सात फेरे लेकर बने जीवन साथी

अखिलेश व वान्या ने बड़े ही सादे फंक्शन में वैदिक रीति से सात फेरे लिए और जन्म-जन्म के साथी बन गए। वान्या मेहता के पिता अमेरीका में डॉक्टर हैं। अभी वान्या ओडिशा, बिहार एवं उत्तरप्रदेश के रूरल इलाकों के किसानों को टाटा कार्निल इंस्टीटयूट के जरिए एग्रीकल्चर के प्रति अवेयर कर रही हैं।

वे चाहती थी कि वह इंडिया के रूरल इलाकों में एग्रीकल्चर डेवलपमेंट पर काम कर किसानों को खुशहाल बनाए। साथ ही स्टूडेंट्स को इंग्लिश लैंग्वेज में बेहतर पकड़ बनाए।

पढ़ी-लिखी फैमिली से हैं अखिलेश 

अखिलेश की फैमिली पढ़ी लिखी है। उनके पिता सुभाष आर्य समाज के केयर टेकर एवं रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं।इनकी मां विजय सिंगला भी प्रिंसिपल के पोस्ट से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में सोशल वर्कर हैं। शादी में खास बात यह रही कि इस शादी में दहेज का कोई लेनदेन नहीं हुआ। 

Leave a Reply