5 करोड़ मुस्लिम महिलाओं ने लिखकर बताया- 3 तलाक में कुछ बुरा नहीं

ट्रिपल तलाक पर छिड़ी बहस के बीच मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने कहा है कि कि देश भर में पांच करोड़ मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक में बदलाव के पक्ष में नहीं हैं। बोर्ड का दावा है कि विभिन्न राज्यों में एक सर्वे कराए गए जिसमें कुल चार करोड़ 83 लाख 47 हजार 596 मुस्लिम महिलाओं ने शरीयत के साथ रहने पर अपनी सहमति दी है।
 
मेल टूडे ने AIMPLB के महासचिव मौलाना मोहम्मद वाली रहमानी के हवाले से लिखा है कि जिस तरह से तीन तलाक के मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, उनके सर्वेक्षण में पता चला कि यह उतना संगीन नहीं है। बोर्ड का कहना है कि दावों से अलग इससे 10 फीसदी भी प्रभावित नहीं हैं।
 
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ की दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को हुई थी, जिसमें तीन तलाक के मुद्दे पर कई फैसले लिए गए थे। बोर्ड ने कहा कि गलत ढंग से तलाक लेने वाले का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। बोर्ड ने तलाक के लिए कोड ऑफ कंडक्ट भी जारी किया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि शरई मामले में कोई भी बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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