अंतरिक्ष में रचा गया इतिहास… पहली बार सिर्फ महिलाओं ने की चहलकदमी

अंतरिक्ष में पहली बार सिर्फ महिलाओं ने चहलकदमी कर नया इतिहास रच दिया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब बिना किसी पुरुष अंतरिक्ष यात्री के दो महिला अंतरिक्ष यात्रियों की जोड़ी ने स्पेसवॉक किया है।अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच और जेसिका मीर स्पेसवॉक करने वाली पहली महिला जोड़ीदार बन गई हैं। इस ऐतिहासिक वाकये को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर उस वक्त अंजाम दिया गया, जब क्रिस्टीना और जेसिका टूटे हुए बैटरी चार्जर को बदलने के लिए स्टेशन से बाहर अंतरिक्ष में चहलकदमी करती नजर आईं।

यह मिशन वैसे तो इस साल मार्च में शुरू होने वाला था, मगर नासा के पास सिर्फ एक ही मध्यम साइज का सूट था। दरअसल नासा के पास अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जो कपड़े थे, उनमें सिर्फ महिला-पुरुष जोड़ीदार की साइज वाले ही कपडे़ थे।

421वें स्पेसवॉक ने बनाया इतिहास

अभी तक अंतरिक्ष में 420 स्पेसवॉक हुए, जिसमें हर बार पुरुष किसी न किसी रूप में शामिल रहे हैं। मगर, 421वें स्पेसवॉक में यह इतिहास रचा गया, जब सिर्फ महिलाओं ने यह इबारत लिखी। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में मौजूद सभी चार पुरुष भीतर ही रहे और जबकि क्रिस्टीना और जेसिका बैटरी चार्जर बदलने के लिए अंतरिक्ष में चहलकदमी करती नजर आईं। बैटरी चार्जर उस वक्त खराब हो गया था, जब एक पुरुष सदस्य ने पिछले हफ्ते स्टेशन के बाहर नई बैटरियां लगाईं थीं। अभी तक अंतरिक्ष में 15 महिलाओं ने किसी ने किसी पुरुष साथी के साथ स्पेसवॉक किया है।

सूर्य की सीधी रोशनी नहीं मिलने पर बैटरियों की जरूरत

अंतरिक्ष स्टेशन वैसे तो सौर ऊर्जा से संचालित होता है। मगर, जब इसे सूर्य की सीधी रोशनी नहीं मिल पाती है तो इसे बैटरियों की जरूरत होती है। ऐसे में अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने वाले यात्री बैटरियों को नियंत्रित करते हैं।

 

Leave a Reply