अलवर पुलिस का सफाई अभियान, भिवाड़ी के 4 थानों के 312 कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल बदले
अलवर. मॉब लिंचिंग (Mob lynching) , गौतस्करी (Cow smuggling) और गैंगरेप (Gangrape) जैसी गंभीर किस्म की बढ़ती आपराधिक वारदातों (Serious criminal incidents) के बीच पुलिस की अपराधियों से सांठगांठ (Association with criminals) के आरोपों को झेल रही अलवर पुलिस (Alwar Police) ने अब महकमे की सफाई (clean) करनी शुरू कर दी है. इसके तहत अलवर के भिवाड़ी पुलिस (Bhiwadi Police) जिले में पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को बड़ा फैसला (Big decision) लेते हुए एक साथ चार थानों के सभी कांस्टेबल और हैड कांस्टेबलों के तबादले (Transfer) कर दिए हैं. इससे पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.
सभी पुलिसकर्मियों को चारों थानों से दूर भेजा
बहरोड़, नीमराणा व शाहजहांपुर और बॉर्डर के समीप स्थित मांडण थाने के सभी 312 कांस्टेबल और हैड कांस्टेबल के तबादले कर दिए. इन सभी पुलिसकर्मियों को इन चारों थानों से हटाकर अन्य थानों में भेजा गया है. इन चारों थानों में पुलिस लाइन और अन्य थानों के पुलिसकर्मियों को स्थानांतरित करके लगाया गया है.
पपला कांड में अलवर पुलिस की खूब हुई थी किरकिरी
गत माह बहरोड़ थाने के लॉकअप में बंद हरियाणा के हार्डकोर अपराधी विक्रम उर्फ पपला के साथियों ने थाने पर AK-47 हमला कर दिया था. पपला के साथी थाने का लॉकअप तोड़कर उसे फरार करा ले गए थे. इस पूरे घटनाक्रम में बहरोड़ थाने के स्टाफ पर मिलीभगत के जमकर आरोप लगे थे. उसके बाद अलवर पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी.
बहरोड़ थाने का पूरा स्टाफ बदला गया था
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक ने बहरोड़ थाने के दो हेड कांस्टेबलों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था. वहीं एक पुलिस उप अधीक्षक, बहरोड़ थानाधिकारी, एक हैड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल को सस्पेंड करने के साथ ही एक पुलिस उपाधीक्षक को एपीओ कर दिया था. बहरोड़ थाने के शेष 69 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया. उसके बाद बहरोड़ थाने में पूरा नया स्टाफ लगाया गया था.
कई थानों के स्टाफ के खिलाफ जनता में भी थी नाराजगी
बहरोड़ थाना लॉकअप ब्रेक कांड के बाद सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी पार्टी के नेताओं ने अलवर के थानों में पुलिसकर्मियों की अपराधियों से सांठगांठ होने के आरोप लगाए थे. आम जनता में भी कई थानों के स्टाफ के खिलाफ नाराजगी थी और उनमें लंबे समय से कार्यरत पुलिसकर्मियों को बदले जाने की मांग की जा रही थी. इसी को ध्यान में रखते हुए भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक ने चारों थानों के निचले स्टाफ को एक साथ हटाकर वहां दूसरे पुलिसकर्मियों की तैनाती की है.