गाँधी जी के मूल्यों और सिद्धांतों को अपनाए युवा पीढ़ी : मुख्यमंत्री कमल नाथ
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने देश की युवा पीढ़ी का आव्हान किया है कि वे गाँधी जी के मूल्यों और सिद्धांतों को अपनाएँ तथा जीवन में उस पर अमल करें। उन्होंने कहा कि गाँधी जी के मूल्यों को सुरक्षित रखकर ही हम मानव जाति को संकट से बचा सकते हैं। श्री कमल नाथ गाँधी जयंती पर संस्कृति विभाग द्वारा भारत भवन में आयोजित "गाँधी पर्व'' समारोह का शुभारंभ कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गाँधी ने पूरे विश्व को अपने विचारों, सिद्धांतों और मूल्यों से जोड़ा। उनका सम्पूर्ण जीवन भारतीय संस्कृति में रचा-बसा था। वे अपने कर्म और आचरण को समान रखते थे। उन्होंने एक साधारण लिबास के जरिए न केवल हिन्दुस्तान में अहिंसक क्रांति की बल्कि पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया। मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी से कहा कि वे गाँधी को जाने। उन्होंने कहा कि गाँधी जी की सोच और विचार में भारतीय संस्कृति और उसकी विविधता, सद्भाव, समानता तथा एकता का समावेश है। उन्होंने कहा कि गाँधी जी को अपने जीवन में अपनाने से न केवल अपने देश को बल्कि दुनिया को विभिन्न संकटों से मुक्ति दिला सकेंगे।
संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा कि बापू नाम के छोटे से शब्द में पूरे हिन्दुस्तान और दुनिया को हिला कर रख दिया था। उन्होंने कहा कि आज जब विश्व में हथियारों की होड़, आतंकवाद और धार्मिक उन्माद की चुनौतियाँ सामने हों, तब हमें राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार प्रासंगिक लगते हैं। उन्होंने बताया कि गाँधी जी जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए संस्कृति विभाग द्वारा रचनात्मक गतिविधियों के जरिए पूरे प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विभिन्न बोलियों में जो राष्ट्रभक्ति के गीत गाये जा रहे थे, उनका दस्तावेजीकरण भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने "गाँधी पर्व'' पर "फिर गाँधी'' कला प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में गाँधी जी के जीवन और विचारों पर आधारित चित्र, शिल्प और पोस्टर प्रदर्शित किये गये। प्रदर्शनी में गाँधी जी को आधुनिक तकनीक के जरिए आम लोगों तक पहुंचाने से संबंधित श्री सुबोध केरकर द्वारा बनाये गये एप को भी रेखांकित किया गया है। प्रदर्शनी में वर्ष 1937 में महात्मा गाँधी की हृदय संबंधी जाँच का दस्तावेज भी प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री ने गाँधी स्मृति एवं दर्शन समिति दिल्ली एवं मध्यप्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सहयोग से आयोजित खादी कला प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इस मौके पर जनसम्पर्क विभाग द्वारा गाँधी जी की मध्यप्रदेश यात्राओं और उनके विचारों पर 50 वर्ष पूर्व प्रकाशित पुस्तक के पुन: प्रकाशन का विमोचन किया। गाँधी जी पर पंडित विश्वम्भरनाथ पाण्डे द्वारा लिखित पुस्तक "उमरेठ के गाँधी'', प्रोफेसर महेशदत्त मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक "हरदा के गाँधी'', सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री ध्रुव शुक्ला द्वारा संपादित गाँधी पर केन्द्रित साक्षात्कार पत्रिका, आश्रम भजनावली के गीत एवं सुराज गीत आधारित चित्र अभिव्यक्तियों का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गाँधी के विचारों, आदर्शों और दर्शन पर समर्पित पुणे की लोकायत्त संस्था को उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए राष्ट्रीय महात्मा गाँधी अलंकरण सम्मान दिया गया। सम्मान स्वरूप संस्था के श्री नीरज जैन को दस लाख रूपये की सम्मान निधि, शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। प्रशस्ति वाचन प्रमुख सचिव संस्कृति श्री पंकज राग ने किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती भी उपस्थित थे।