जैनमुनि शांतिसागर महाराज रेप के आरोप में गिरफ्तार

गुजरात के सूरत में 19 साल की एक युवती के साथ एक जैन मुनि के दुष्कर्म के आरोपों की शनिवार को मेडिकल जांच में पुष्टि हो गई।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 45 साल के जैन मुनि शांतिसागर (णमोकार वाले बाबा) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है। मूल रूप से मध्य प्रदेश की निवासी यह युवती वडोदरा में रहती है। उसने सूरत के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर आरोप लगाया कि जैन मुनि ने एक अक्तूबर को सूरत के नानपुरा टीमलियावाड में उससे दुष्कर्म किया था।

वह वहां अपने परिजनों के साथ उनके पास धार्मिक प्रसंग में आई थी। जैन मुनि इन दिनों सूरत में चातुमार्स कर रहे हैं। जैन मुनि ने छात्रा को धार्मिक क्रिया के लिए रात में रुकने को कहा। इस दौरान उन्होंने छात्रा के साथ जबरदस्ती की। इस संबंध में शुक्रवार को ही यहां अठवा थाने में मामला दर्ज किया गया था।

युवती की यहां न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हो गई। उधर, दिगंबर जैन समुदाय से संबंधित इस साधु को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाने के बाद हिरासत में ले लिया। सूरत के जैन समुदाय के कुछ संगठनों ने उक्त साधु के समर्थन में यहां प्रदर्शन भी किया।

 

सिविल में कल होगा पोटेंसी टेस्ट
सिविल में मुनि का पोटेंसी टेस्ट अभी नहीं हो सका। इसके लिए सोमवार को पुलिस फिर मुनि को फोरेंसिक लैब में जांच के लिए ले जाएगी। पोटेंसी टेस्ट से पौरुष शक्ति का परीक्षण होगा।

जैन समाज ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन, लिखा- झूठी है लड़की
जैन मुनि पर आरोप के खिलाफ शनिवार को सकल दिगंबर जैन समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि लड़की ने जैन मुनि आचार्य शांतिसागर महाराज के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई है। यह आचार्य और जैन समाज को बदनाम करने की साजिश है।

एक अक्टूबर की घटना को लेकर 13 अक्टूबर को शिकायत दर्ज करवाना साजिश है। समाज ने कमिश्नर से मामले की सही व न्यायिक जांच कराने की मांग की है। प्रतिनिधियों ने पुलिस से घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच करने की भी मांग की है। साथ ही लड़की और उनके परिजनों की भी जांच हो, जिससे उनके चरित्र के बारे में दुनिया को पता चल सके।

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