भारतीय किसान संघ की प्रांतीय बैठक सेवा भारती कार्यालय में संपन्न, किसानों ने दी सरकार को चेतावनी
जबलपुर । किसानों द्वारा उत्पादित ग्रीष्मकालीन उड़द व मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी सुनिश्चित करना मध्यप्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। साथ ही सरकार द्वारा हर किसान का दो लाख रूपये तक का कर्ज माफ करनेे का वादा किया गया था जिसे भी कमलनाथ सरकार को तत्काल पूर्ण करना चाहिये। उक्त विचार भारतीय किसान संघ महाकौशल प्रांत की सेवा भारती कार्यालय में आयोजित प्रांतीय योजना बैठक में किसान संघ के म.प्र. व छग. के क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चैधरी ने व्यक्त किये। श्री चैधरी ने सरकार को चेताया कि वर्तमान सरकार किसानों से चुनाव में किये गये वचन पत्र के वायदों के कारण सत्ता में आई थी। यदि सरकार किसानों से किये वायदों को पूरा नहीं करती है तो उसे नैतिकता के आधार पर सरकार में बने रहने का अधिकार नहीं है। योजना बैठक में प्रांत महामंत्री नारायण सिंह ने किसानों की समस्याओं को रखते हुये कहा कि सरकार द्वारा उपार्जित चना व मसूर का भुगतान अभी भी लंबित है। सोयाबीन व मक्का का भावांतर व बोनस राशि किसानों को अभी तक नहीं मिली है। श्री पटैल ने कहा कि वर्तमान में गेंहू उपार्जन का पैसा भी विलंब से मिलने से किसानों में भारी अंसतोष है यदि सरकार किसान हित में शीघ्र निर्णय नहीं लेगी तो तीव्र आंदोलन किया जायेगा।
इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रात अध्यक्ष विजय गोटिंया, प्रदेश कोषाध्यक्ष ओमनारायण पचैरी, प्रांत संगठन मंत्री भरत पटेल, प्रमोद चैधरी, प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटैल, प्रांत महामंत्री नारायण सिंह, प्रदेश मंत्री आर सी पटेल, प्रांत मंत्री रमेश यादव, प्रहलाद पटेल, हेतराम पटेल, नंदकिशोर परोहा, दामोदर पटैल, केशव तोमर, अजय शुक्ल, कृष्णपाल लोधी, विवेक सप्रे, पुखराज चंदेल, आलोक पटैल, मोहन तिवारी, प्रेमचंद कुर्मी आदि पदाधिकारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
टूटी पड़ी हैं नहरें, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान।
प्रांत मंत्री प्रहलाद पटैल ने नहरों व विजली की समस्याओं को रखते हुये बताया कि पूरे महाकौशल प्रांत में नहरें जहां तहां टूटी पड़ी है। उनके देखरेख, सफाई व रख रखाव का कार्य भगवान भरोसे चल रहा है। शासन का नहरों के मरम्मत व सुधार की तरफ कोई ध्यान नहीं हैं। यही हालात बिजली व्यवस्था के भी हैं। मरम्मत के अभाव में किसानों के खेतों में बिजली के तार नीचे झूल रहें हैं जिन्हें हाथों से छुआ जा सकता है। बिजली कब आती है कब जाती है कुछ निश्चित ही नहीं है।
किसान संघ का ’’अन्नदाता’’ यू ट्यूब चैनल प्रारंभ।
भारतीय किसान संघ के प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि किसानों को खेती संबंधी समुचित जानकारी देने व समस्याओं के निदान के लिये अन्नदाता नाम से यू ट्यूब चैनल प्रारंभ किया जा रहा हैं। जिसमें किसानों की समस्याओं के बारे में सलाह देने व चर्चा करने विषय विशेषज्ञ लाइव उपलब्ध रहेगें। साथ ही किसानों की समस्याओं को लेकर होने वाले आंदोलनों का प्रसारण भी सोसल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, टिवटर व यू ट्यूब पर लाइव किया जायेगा।