राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 15 अक्टूबर से 

रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बी.टी.आई. मैदान में बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन 15 से 20 अक्टूबर 2019 तक किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, महापौर रायपुर प्रमोद दुबे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय प्रदर्शनी 15 अक्टूबर को उद्घाटन के पश्चात् 19 अक्टूबर तक प्रातः 11 से संध्या 5 बजे तक अवलोकन के लिए खुली रहेगी। राष्ट्रीय प्रदर्शनी का आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के सहयोग से किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम 15 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक प्रतिदिन संध्या 5.30 से 7 बजे तक आयोजित किये गये है। प्रतिदिन दो वैज्ञानिकों के व्याख्यान 16 से 18 अक्टूबर तक प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक होंगे। प्रतिभागियों को शैक्षणिक भ्रमण 20 अक्टूबर को कराया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी की तैयारी के संबंध में आज सुबह स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने व्यवस्थाओं का अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होने तैयार किये जा रहे पण्डालों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.), संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय तथा राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
स्कूली बच्चों द्वारा निर्मित प्रादर्श एवं मॉडलों का मुख्य विषय ‘‘जीवन की चुनौतियों के लिए वैज्ञानिक समाधान’’ है। प्रादर्श और मॉडलों को 6 विषयों में विभाजित किया है इनमें – कृषि एवं जैविक खेती, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, संसाधन प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, परिवहन एवं संचार और गणितीय प्रतिरूपण शामिल है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में देश भर से 400 प्रतिभागी विद्यार्थी और 200 मार्गदर्शक शिक्षक शामिल होंगे। प्रदर्शनी में 147 प्रादर्शाे का प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के 22 प्रादर्श भी शामिल है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में प्रतिभागियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक 18 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से 151 प्रतिभागी विद्यार्थी और 26 मार्गदर्शक शिक्षक पहुंच चुके है। जिन राज्यों के प्रतिभागी दल आ चुके है उनके गोवा, गुजरात, हरियाणा, मणिपुर, मेघालय, राजस्थान, तेलगांना, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, चण्डीगढ़, दिल्ली, आसाम और मेजबान छत्तीसगढ़ शामिल है। इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों में केन्द्रीय विद्यालय, सीबीएसई, एनसीईआरटी के दल भी आ चुके है। स्टेट पवेलीयन में राज्य में प्रमुख योजनाओं पर आधारित नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी, मल्टी मीडिया पाठ्यपुस्तकें, एससीईआरटी के प्रकाशन और दीक्षा की भी प्रदर्शनी लगायी जायेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनी स्थल पर 2 विशाल डोम तैयार किये गये है एक डोम उद्घाटन, सांस्कृतिक समारोह और व्याख्यान के लिये तैयार किया गया है। दूसरे डोम में देश भर से आये स्कूली बच्चों के प्रादर्शाे का प्रदर्शन होगा। प्रादर्श वाले डोम में कुल चार अवलोकन खण्ड बनाये गये है। पूरे परिसर में स्वच्छता और पेयजल पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदर्शनी परिसर में प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित रखा गया है, इसके लिए प्रतिभागी बच्चों को प्रदान की गई किट में स्टील की बोतल दी गई है। प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए परिषद स्तर पर विभिन्न समितियों – भोजन, आवास, परिवहन, पार्किंग, पेयजल, स्वच्छता, अनुशासन, कार्यालय व्यवस्था, स्वागत् कक्ष, समन्वयक, मंच व्यवस्था, अवलोकन आदि गठित की गई है। आवास और कार्यक्रम स्थल पर चिकित्सक दल तैनात किये गए है। प्रतिभागी बच्चों और मार्गदर्शक शिक्षकों की आवास और भोजन व्यवस्था सेरीखेड़ी में की गई है। एन.सी.ई.आर.टी. और विभिन्न राज्यों के एस.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञों की व्यवस्था एस.सी.ई.आर.टी. के अतिथि गृह में की गई है। रेल और वायु मार्ग से आने वाले प्रतिभागियों के लिए रेलवे स्टेशन और माना विमानतल पर आगंतुक कक्ष स्थापित कर उनकों आवास तक लाने-ले जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है।

राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 15 अक्टूबर से 

रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बी.टी.आई. मैदान में बच्चों के लिए 46वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन 15 से 20 अक्टूबर 2019 तक किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, महापौर रायपुर प्रमोद दुबे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय प्रदर्शनी 15 अक्टूबर को उद्घाटन के पश्चात् 19 अक्टूबर तक प्रातः 11 से संध्या 5 बजे तक अवलोकन के लिए खुली रहेगी। राष्ट्रीय प्रदर्शनी का आयोजन स्कूल शिक्षा विभाग, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के सहयोग से किया जा रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रम 15 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक प्रतिदिन संध्या 5.30 से 7 बजे तक आयोजित किये गये है। प्रतिदिन दो वैज्ञानिकों के व्याख्यान 16 से 18 अक्टूबर तक प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक होंगे। प्रतिभागियों को शैक्षणिक भ्रमण 20 अक्टूबर को कराया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी की तैयारी के संबंध में आज सुबह स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने व्यवस्थाओं का अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होने तैयार किये जा रहे पण्डालों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर संचालक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.), संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय तथा राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
स्कूली बच्चों द्वारा निर्मित प्रादर्श एवं मॉडलों का मुख्य विषय ‘‘जीवन की चुनौतियों के लिए वैज्ञानिक समाधान’’ है। प्रादर्श और मॉडलों को 6 विषयों में विभाजित किया है इनमें – कृषि एवं जैविक खेती, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, संसाधन प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, परिवहन एवं संचार और गणितीय प्रतिरूपण शामिल है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में देश भर से 400 प्रतिभागी विद्यार्थी और 200 मार्गदर्शक शिक्षक शामिल होंगे। प्रदर्शनी में 147 प्रादर्शाे का प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के 22 प्रादर्श भी शामिल है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में प्रतिभागियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक 18 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से 151 प्रतिभागी विद्यार्थी और 26 मार्गदर्शक शिक्षक पहुंच चुके है। जिन राज्यों के प्रतिभागी दल आ चुके है उनके गोवा, गुजरात, हरियाणा, मणिपुर, मेघालय, राजस्थान, तेलगांना, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, चण्डीगढ़, दिल्ली, आसाम और मेजबान छत्तीसगढ़ शामिल है। इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों में केन्द्रीय विद्यालय, सीबीएसई, एनसीईआरटी के दल भी आ चुके है। स्टेट पवेलीयन में राज्य में प्रमुख योजनाओं पर आधारित नरवा, गरुवा, घुरुवा और बारी, मल्टी मीडिया पाठ्यपुस्तकें, एससीईआरटी के प्रकाशन और दीक्षा की भी प्रदर्शनी लगायी जायेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनी स्थल पर 2 विशाल डोम तैयार किये गये है एक डोम उद्घाटन, सांस्कृतिक समारोह और व्याख्यान के लिये तैयार किया गया है। दूसरे डोम में देश भर से आये स्कूली बच्चों के प्रादर्शाे का प्रदर्शन होगा। प्रादर्श वाले डोम में कुल चार अवलोकन खण्ड बनाये गये है। पूरे परिसर में स्वच्छता और पेयजल पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदर्शनी परिसर में प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंधित रखा गया है, इसके लिए प्रतिभागी बच्चों को प्रदान की गई किट में स्टील की बोतल दी गई है। प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए परिषद स्तर पर विभिन्न समितियों – भोजन, आवास, परिवहन, पार्किंग, पेयजल, स्वच्छता, अनुशासन, कार्यालय व्यवस्था, स्वागत् कक्ष, समन्वयक, मंच व्यवस्था, अवलोकन आदि गठित की गई है। आवास और कार्यक्रम स्थल पर चिकित्सक दल तैनात किये गए है। प्रतिभागी बच्चों और मार्गदर्शक शिक्षकों की आवास और भोजन व्यवस्था सेरीखेड़ी में की गई है। एन.सी.ई.आर.टी. और विभिन्न राज्यों के एस.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञों की व्यवस्था एस.सी.ई.आर.टी. के अतिथि गृह में की गई है। रेल और वायु मार्ग से आने वाले प्रतिभागियों के लिए रेलवे स्टेशन और माना विमानतल पर आगंतुक कक्ष स्थापित कर उनकों आवास तक लाने-ले जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की गई है।

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