रोटी से न केवल पेट बल्कि भरती है तिजोरी भी

रोटी जीवन की मूलभूत अवश्यकता है। व्यक्ति लाख विदेशी खाने को खा लें लेकिन तृप्ति रोटी से ही होती है। दूसरों को खाना खिलाने से पुण्यों में बढ़ौतरी होती है और अभावों से राहत मिलती है। जीवन में जितनी भी जटिल समस्याएं आ रही हों ज्योतिष के अनुसार रोटी के कुछ खास उपाय कर लेने से बिगड़े काम बनने लगते हैं। विद्वान मानते हैं, रोटी से न केवल पेट बल्कि भरती है तिजोरी भी 33 करोड़ देवताओं को प्रसन्न करने क लिए घर में बनने वाली पहली रोटी गाय को खिलाएं। भोजन करने से पहले गाय, कुत्ते और कौए के लिए एक-एक रोटी निकाल दें। इस क्रिया से कभी भी आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

 
घर की गरीबी दूर करने के लिए गृहणी जब सुबह के समय रोटियां बनानी आरंभ करें तो पहली रोटी बनाकर उसके चार बराबर टुकड़े कर लें। पहला टुकड़ा गाय को,  दूसरा टुकड़ा काले कुत्ते को, तीसरा टुकड़ा कौए को और आखिर का टुकड़ा घर के पास किसी चौराहे पर परिवार का कोई भी सदस्य रख आए। 

 
शनि, राहु और केतु के दोष दूर करने के लिए रात को बनने वाली अंतिम रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं। काला कुत्ता न मिले तो किसी अन्य कुत्ते को रोटी खिला दें।

 
ताजी रोटी लेकर चितिंत मनुष्य के ऊपर से 31 बार वारें। जैसे-जैसे रोटी वारते जाएं साथ-साथ ऊँ दुभाग्यनाशिनी दुं दुर्गाय नमः मंत्र जाप करते जाएं। तत्पश्चात रोटी को किसी कुत्ते को खिला दें अथवा चलते पानी में बहा दें।

 
कुत्ते को रोटी खिलाने से संतान पक्ष में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं।

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