पुलिस के साथ आधार डाटा साझा करने के मामले पर चर्चा करेगा केंद्र

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि केंद्र उस आग्रह पर चर्चा करेगा जिसमें पहली बार अपराध करने वालों और अज्ञात शवों का पता लगाने के लिए आधार डाटा साझा करने की बात कही गई है।

केंद्रीय मंत्री फिंगर प्रिंट्स ब्यूरो के निदेशकों के 19वें अखिल भारतीय सम्मेलन में बोल रहे थे। अहीर ने कहा कि मंत्रालय में आधार सूचना साझा करने और आइडेंटिफिकेशन ऑफ प्रिजनर्स एक्ट पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने यह बात राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के निदेशक ईश कुमार के विशिष्ट सुझाव के जवाब में कही। 

कुमार ने कहा था कि पुलिस को आधार डाटा की सीमित पहुंच दिए जाने की जरूरत है। अहीर ने यह भी कहा कि आधुनिकता के साथ ही फिंगर प्रिंट्स ब्यूरो की डाटा स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया जाना जाहिए। सरकार इस पर प्राथमिकता से विचार करेगी।

अपराधियों को पकड़ने में मिलेगी मदद

एनसीआरबी के निदेशक ईश कुमार का कहना है कि यदि पुलिस को आधार डाटा की सीमित पहुंच मिलेगी तो इससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी। कुमार के अनुसार यह इसलिए जरूरी है क्योंकि 80 से 85 फीसदी अपराधी पहली बार अपराध करने वाले होते हैं। ये लोग अपराध करते समय अपने फिंगर प्रिंट्स छोड़ते हैं लेकिन ऐसे लोगों का पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं होता है। आधार डाटा के जरिये ऐसे लोगों को पकड़ा जा सकता है।

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