सीएम अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक, कांग्रेस की अंदरूनी सियासत में हुए मजबूत

जयपुर. बसपा (BSP) के सभी 6 विधायकों (MLAs) के कांग्रेस (Congress) में शामिल होने के बाद प्रदेश की सियासत (Politics) गरमा गई है. प्रदेश में कुछ समय बार 2 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव (by-elections) होने हैं. वहीं शहरी निकाय चुनाव (Local body elections) भी सिर पर हैं. इससे पहले किए गए इस विलय को सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) का मास्टर स्ट्रोक (Master stroke) माना जा रहा है. वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP supremo Mayawati) के लिए राजस्थान (Rajasthan) में यह बहुत बड़ा झटका है.

उपचुनाव और निकाय चुनाव में होगी परीक्षा

बसपा के 6 विधायकों के कांग्रेस में आने का फायदा पार्टी को मिलेगा. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक नागौर जिले की खींवसर और झुंझुनूं जिले की मंडावा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के साथ ही 52 शहरी निकायों के चुनावों में कांग्रेस को विलय से कुछ फायदा जरूर होगा. हालांकि बसपा के कमिटेड वोट बैंक को ये विधायक कांग्रेस की तरफ कितना मोड़ पाएंगे इसकी परीक्षा 2 विधानसभा उपचुनावों और निकाय चुनावों में हो जाएगी.

6 विधायकों में से कुछ को दिया जा सकता है मंत्री पद

इस विलय का प्रभाव कांग्रेस की अंदरूनी सियासत पर भी होगा. सीएम अशोक गहलोत इस विलय के बाद कांग्रेस की अंदरूनी सियासत में मजबूत हुए हैं और कांग्रेस सरकार को भी संख्या बल के हिसाब से मजबूती मिली है. बसपा छोड़कर आने वाले 6 विधायकों में से कुछ को मंत्री पद दिए जा सकते हैं. वहीं कुछ को संसदीय सचिव या सचेतक जैसे पद देकर संतुष्ट किया जा सकता है.

मंत्री पद की उम्मीद लगाए बैठे विधायकों को हो सकती है निराशा

उधर कांग्रेस में मंत्री पद पाने का सपना पालकर बैठे विधायकों को निराशा होगी, क्योंकि 6 विधायकों को पहले संतुष्ट किया जाएगा. 6 विधानसभा सीटों पर अब कांग्रेस के हारे हुए नेताओं की सत्ता के गलियारों में धमक कम होगी. इस मामले में स्थानीय स्तर पर भी कांग्रेस में सवाल भी उठेंगे. बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय से विपक्षी एकता के कांग्रेस के नारे पर सवाल उठेंगे. विलय को बीजेपी मुद्दा बनाएगी और कांग्रेस को घेरने में इस्तेमाल करेगी.

विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को विलय पत्र भी सौंपा

उल्लेखनीय है राजस्थान में बसपा के 6 विधायक हैं। इन सभी विधायकों ने बसपा को तगड़ा झटका देते हुए सोमवार रात कांग्रेस में शामिल हो गए. बसपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को विलय पत्र भी सौंप दिया है.
 

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