दुष्कर्म के बढ़ते मामलों पर हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी, कहा- नकारा हो चुका है पुलिस और प्रशासन
जोधपुर। राजस्थान में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है। हाईकोर्ट ने कहा कि प्रदेश में प्रशासन और पुलिस एकदम नकारा साबित हो रही है। भरतपुर और झालावाड़ में गुरुवार को हुई दुष्कर्म की दो घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर 27 मई तक जवाब मांगा है।
शुक्रवार को हाईकोर्ट में न्यायाधीश संदीप मेहता और न्यायाधीश विनीत माथुर की खंडपीठ ने प्रदेश में दुष्कर्म के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। खंडपीठ ने मौखिक रूप से प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कड़ी टिप्पणियां की। खंडपीठ ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में इन दिनों पुलिस और प्रशासन एकदम नकारा हो चुका है। एक के बाद एक दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। खंडपीठ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर 27 मई तक राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
26 अप्रैल को अलवर में पति के सामने पत्नी के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई और मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पूरे देश में इसे लेकर बवाल मचने पर आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। इस घटना के बाद से प्रदेश में रोजाना दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ स्थान पर पुलिस मामला भी दर्ज नहीं कर रही है। भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में पुलिस ने एक माह तक दुष्कर्म का मामला दर्ज ही नहीं किया। इसके बाद न्यायालय ने संबंधित थानाधिकारी के खिलाफ भी मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इसी तरह कई मामलों में पुलिस की ढिलाई सामने आ रही है।