अगर हिंसा भाजपा शासित राज्य में होती तो अवार्ड लौटा दिए जाते : जेटली

तिरुवनंतपुरम . केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को केरल का दौरा किया. जेटली ने वहां हाल ही में मारे गए आरएसएस कार्यकर्ता के परिजनों से मुलाकात की, जिनकी कथित तौर पर केरल में माकपा कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी थी. जेटली हवाईअड्डे से ई.राजेश (34) के घर गए. एक सप्ताह पहले राजेश की हत्या कर दी गई थी. जेटली ने राजेश की पत्नी, उनके दो बच्चों व परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की.

केरल के एक दिवसीय दौरे पर आए जेटली का हवाईअड्डे पर भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं ने स्वागत किया. जेटली ने कहा, राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं, हमले के केवल एक दो मामले नहीं है बल्कि कई मामले हैं जो की प्रतिदिन हो रहे हैं.  राज्य में भय और दहशत का माहौल है.

जेटली ने कहा, किसी भी तरह की हिंसा का समाज में कोई स्थान नहीं है, हमें इसकी निंदा करनी चाहिए. मेरी राज्य सरकार से अपील है कि राज्य को तरक्की की ओर आगे बढ़ाने के लिए राज्य में शांति बनाए रखने की जरूरत है.

जेटली ने कहा कि राजनीतिक हिंसा की जिस तरह की घटना केरल में हो रही है अगर वह भाजपा या एनडीए शासित राज्यों में होती तो क्या होता?  अवार्ड वापस कर दिए जाते, संसद को काम नहीं करने दिया जाता और देश व उसके बाहर कैंपेन शुरू हो जाते.

जेटली के दौरे पर माकपा ने रविवार को राज्यपाल पी. सदाशिवम के निवास स्थान राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन करते हुए जेटली से माकपा ने उन कार्यकताओं के परिवारों से भी मुलाकात करने की मांग की, जिनकी कथित तौर पर भाजपा व आरएसएस कार्यकर्ताओं द्वारा हत्या की गई है.

माकपा के तिरुवनंतपुरम जिले के सचिव अनावूर नागप्पन ने मीडिया से कहा कि प्रदर्शन में राज्य में 1980 से मारे गए 21 माकपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल हुए.  प्रदर्शन में भाग लेने वालों में माकपा की राज्य इकाई के सचिव कोडियेरी बालकृष्णन व एलडीएफ संयोजक वायकोम विश्वम भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केरल में शांति कायम करने के कदमों पर चर्चा के लिए राज्य के राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक बुलाई है.

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